नई दिल्ली। 11 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने संसद के नए भवन में विशालकाय राष्ट्रीय चिन्ह् अशोक स्तंभ (Ashok Stambh) का अनावरण किया था। पीएम मोदी ने पूजा पाठ और वैदिक मंत्रोच्चार करने के बाद नए संसद भवन की छत पर 20 फीट ऊंचा कांस्य राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण किया था। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी मौजूद रहे। वहीं प्रधानमंत्री द्वारा किए गए संसद के नए भवन विशालकाय अशोक स्तंभ का आनवरण किए जाने के बाद से देश में जमकर सियासत भी हुई थी। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, AIMIM समेत कई विपक्षी दलों ने राष्ट्रीय चिन्ह् अशोक स्तंभ को लेकर सवालिया निशाना भी खड़े थे। विपक्ष दलों का कहना था कि अशोक स्तंंभ के साथ छेड़छाड़ की गई है और इसमें शेर को आदमखोर दिखाया गया है। इसी बीच नए संसद भवन पर लगे अशोक स्तंभ के खिलाफ याचिका दाखिल करने वालों को सुप्रीम कोर्ट ने झटका दिया है।
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि नए संसद भवन के शीर्ष पर लगाया गया राष्ट्रीय प्रतीक “बहुत अच्छा लग रहा है।” कोर्ट ने दो वकीलों की याचिका को खारिज किया है, जिसमें याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया गया था कि राष्ट्रीय प्रतीक के डिजाइन में छेड़छाड़ की गई है और शेर का खूंखार दिखाया गया है। जिस पर जस्टिस एमआर शाह की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि, ये आपका कहना है इसलिए हम याचिका खारिज करते है।
BREAKING: Supreme Court says the national emblem on top of the new Parliament building “looks so good”. Supreme Court dismisses the petition by two lawyers alleging that visible changes have been made to the national emblem. pic.twitter.com/liCyrjn0nz
— Law Today (@LawTodayLive) September 30, 2022