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NEET UG Paper Leak Case: नीट यूजी की परीक्षा रद्द होगी?, आज फैसला कर सकता है सुप्रीम कोर्ट; केंद्र सरकार ने दाखिल अर्जियों का किया है विरोध

NEET UG Paper Leak Case: केंद्र सरकार ने हलफनामा देकर सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि नीट यूजी पेपर लीक मामले में आईआईटी मद्रास से डेटा विश्लेषण कराया गया है। इसमें कोई असामान्यता नहीं मिली। परीक्षा रद्द करने की अर्जियों के खिलाफ केंद्र सरकार ने कई और तथ्य भी कोर्ट में दिए हैं।

नई दिल्ली। नीट यूजी पेपर लीक मामले में आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने वाला है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है। 11 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने सुनवाई टाल दी थी। नीट यूजी पेपर लीक मामले में करीब 40 अर्जियां सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई हैं। तमाम छात्रों ने अर्जी दाखिल की है कि पेपर लीक को देखते हुए नीट यूजी की परीक्षा को रद्द किया जाए। वहीं, केंद्र सरकार ने परीक्षा रद्द न किए जाने का पक्ष रखा है।

केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर बताया था कि नीट यूजी पेपर लीक का मामला एक-दो जगह तक ही सीमित है। सभी जगह पेपर लीक नहीं हुआ। ऐसे में नीट यूजी पेपर देने वाले 23 लाख परीक्षार्थियों पर बिना सबूत उठने वाली आशंकाओं के कारण दोबारा इम्तिहान का बोझ नहीं डाला जाना चाहिए। केंद्र सरकार ने हलफनामा देकर सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि नीट यूजी पेपर लीक मामले में आईआईटी मद्रास से डेटा विश्लेषण कराया गया है। इसमें कोई असामान्यता नहीं मिली। केंद्र सरकार ने कोर्ट से ये भी कहा है कि भविष्य में पेपर लीक रोकने के लिए 7 सदस्यों की विशेषज्ञ कमेटी भी बनाई गई है। इसके अलावा सरकार का कहना है कि अगर किसी भी प्रतिभागी को नीट यूजी पेपर लीक मामले में दोषी पाया गया, तो उसे किसी भी स्तर पर रोका जा सकता है।

केंद्र सरकार ने इस दौरान कोर्ट को ये जानकारी भी दी थी कि नीट यूजी की काउंसिलिंग जुलाई के तीसरे हफ्ते में शुरू होगी। नीट यूजी की काउंसिलिंग 4 राउंड में की जाएगी। नीट यूजी पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए और जांच कर रही सीबीआई से भी तमाम जानकारियां मांगी थीं। बता दें कि नीट यूजी पेपर लीक का मामला बिहार में पकड़ा गया था। वहीं, गुजरात में एक सेंटर पर नीट यूजी परीक्षा के बाद सॉल्वर बिठाकर ओएमआर शीट पर सही जवाब दिए जाने का खुलासा पुलिस ने किया था। इनके अलावा देश में कहीं और नीट यूजी पेपर से जुड़ा कोई कदाचार सामने नहीं आया है। एनटीए ने भी जानकारी दी है कि सोशल मीडिया पर पेपर लीक से जुड़ा जो वीडियो चलाया गया था, वो फर्जी है। एक इंजीनियर समेत 2 दर्जन के करीब आरोपी नीट यूजी पेपर लीक मामले में अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं।