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Bihar Politics: बीजेपी नेता सुशील मोदी का नीतीश कुमार पर करारा वार, कहा- अमित शाह ने फोन किया तो बोले थे कि…

उन्होंने कहा कि नीतीश को 2020 के विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी के नाम से वोट मिला था। उन्होंने दावा किया कि जेडीयू-आरजेडी की सरकार 2025 तक का कार्यकाल पूरा नहीं कर सकेगी और उससे पहले ही गिर जाएगी। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश ने बीजेपी को अंधेरे में रखा।

नई दिल्ली। बिहार में कभी डिप्टी सीएम रहे और अब बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने सीएम नीतीश कुमार पर तगड़ा हमला बोला है। सुशील मोदी ने न्यूज चैनल ‘इंडिया टीवी’ से खास बातचीत में बताया कि नीतीश कुमार उप राष्ट्रपति बनने की चाहत रखते थे। सुशील मोदी ने ये भी आरोपी लगाया कि नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को धोखे में रखा। न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सुशील मोदी ने बताया कि जेडीयू अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह षड्यंत्र में लगे हैं। ये खबर मिलने के बाद अमित शाह ने नीतीश को फोन कर पूछा। इस पर नीतीश ने कहा कि जैसे आपकी पार्टी में गिरिराज सिंह हैं, वैसे ही मेरी पार्टी में ललन हैं। ये लोग बयान देते ही रहते हैं। आप इनके बयानों पर मत जाइए। मुझे बीजेपी से कोई शिकायत नहीं है।

Nitish Kumar and Amit shah

सुशील मोदी ने बताया कि ये जानकारी भी बीजेपी के प्रदेश स्तरीय नेताओं ने दी थी कि नीतीश के कुछ करीबी नेता लगातार आकर मिल रहे थे और उन्हें उप राष्ट्रपति बनाने के लिए दबाव डाल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस तरह धोखा देकर नीतीश ने फिर से आरजेडी से नाता जोड़ा। सुशील मोदी ने माना कि बीजेपी भांप नहीं सकी कि नीतीश ऐसा दांव चल देंगे। सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में ललन सिंह ने केस किया था। वे ही लालू की दुर्गति के जिम्मेदार हैं। नीतीश की तरफ से ये कहे जाने की चिराग पासवान के जरिए बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में कम सीटें जीतने दी, पर सुशील मोदी ने कहा कि चुनाव हुए 19 महीने हो गए। ये बात अब क्यों कही जा रही है। धोखा बीजेपी ने नीतीश को नहीं, बल्कि उन्होंने दिया है।

जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के जरिए नीतीश के खिलाफ षड्यंत्र रचे जाने के आरोपों पर सुशील मोदी ने कहा कि कोई ये कैसे मान लेगा कि बिना नीतीश से पूछे ही आरसीपी को मंत्री बनाया गया। उन्होंने कहा कि आरसीपी को मोदी सरकार में मंत्री बनाए जाने से पहले नीतीश कुमार से खुद अमित शाह ने मंजूरी ली थी। उन्होंने कहा कि नीतीश को 2020 के विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी के नाम से वोट मिला था। उन्होंने दावा किया कि जेडीयू-आरजेडी की सरकार 2025 तक का कार्यकाल पूरा नहीं कर सकेगी और उससे पहले ही गिर जाएगी।