newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Swami Prasad Maurya: स्वामी प्रसाद ने BJP पर लगाया हत्या की कोशिश का आरोप, लेकिन सपा ने मामले में साध रखी है चुप्पी

Swami Prasad Maurya: स्वामी प्रसाद ने मैंने अपना सुरक्षा संबंधी पत्र पीएम और राष्ट्रपति को भेज चुका हूं। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इस पूरे प्रकरण पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और पार्टी के नेताओं का अभी तक कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है। सपा के स्वामी प्रसाद से दूरी बनाए जाने और चुप्पी साधने पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहा है।

अखिलेश यादव और स्वामी प्रसाद मौर्य।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस विवाद को लेकर संग्राम जारी है। पवित्र हिंदू धर्मग्रंथ रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य से साधु-संतों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसी बीच स्वामी प्रसाद ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। सपा नेता ने सरकार से मामले में कार्रवाई की गुहार भी लगाई है। इसके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा सरकार  निशाना साधते हुए कहा कि सरकार मूकदर्शक बनी हुई है और कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आपको बता दें कि एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या के हनुमानगढ़ी के मंहत राजूदास और सपा नेता स्वामी प्रसाद अलग सेशन में शामिल हुए थे। राजधानी लखनऊ के ताज होटल में ये कार्यक्रम हो रहा था। स्वामी प्रसाद मौर्य के सेशन होने के बाद होटल की लॉबी में दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए। इसी मसले को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को मीडिया से बात करते कहा, मेरी हत्या की साजिश के पीछे लग गए। कोई मेरा सिर काटने के लिए 21 लाख रुपए, कोई 51 लाख रुपए की सुपारी दे रहा है। इसके अलावा मेरी जीभ काटने के लिए कोई 5 लाख तो कोई 11 लाख की सुपारी दे रहा है। कोई मेरी हत्या की साजिश रच रहा है। लेकिन सरकार के कान में जू तक नहीं रेंग रहा है। इसका मतलब है कि प्रदेश और केंद्र सरकार मेरी हत्या की साजिश करने वालों के साथ शामिल है। भाजपा सरकार मेरी हत्या करवाना चाहती है।

स्वामी प्रसाद ने मैंने अपना सुरक्षा संबंधी पत्र पीएम और राष्ट्रपति को भेज चुका हूं। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इस पूरे प्रकरण पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और पार्टी के नेताओं का अभी तक कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है। सपा के स्वामी प्रसाद से दूरी बनाए जाने और चुप्पी साधने पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहा है। गौरतलब है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद ने रामचरितमानस की कुछ चौपाईयों पर सवालिया निशाना उठाए थे। जिसके बाद बाद से देशभर में स्वामी प्रसाद का लगातार विरोध हो रहा है।

swami prasad

बीते दिनों वाराणसी से सोनभद्र जाते समय भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे और उनकी कार काली स्याही भी फेंकी थी। इतना ही नहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके सामने जय श्रीराम और हर-हर महादेव के नारे भी लगाए थे।