
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक्शन मोड में आ चुके हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और राज्यपाल सीबी आनंद बोस से फोन पर बात की और उचित कार्रवाई करने की दिशा में सरकार पर दबाव बनाने को कहा है। उधर, बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने शाह को मेल भी किया है और उनसे उचित कदम उठाने की अपील की है।
West Bengal BJP president Sukanta Majumdar writes to Union Home Minister Amit Shah over the violence in Howarh and Dalkhola; requests “an impartial inquiry involving Central agencies like NIA”
“It is our firm belief that the whole incident was pre-planned by the unfolding of… pic.twitter.com/WonyWQ4MtK
— ANI (@ANI) March 31, 2023
इसके बाद सुवेंदु अधिकारी ने प्रेस कांफ्रेंस किया। कांफ्रेंस में उन्होंने बंगाल की ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि पुलिस प्रशासन की कोताही के नतीजतन ही बंगाल में स्थिति हिंसाग्रस्त हुई है, जिसकी जिम्मेदार कोई और नहीं, बल्कि ममता बनर्जी हीं हैं।
Ram Navami clash: Amit Shah speaks to West Bengal Governor, takes stock of situation
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— ANI Digital (@ani_digital) March 31, 2023
उधर, ममता ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि हिंसात्मक गतिविधियों में संलिप्त कोई भी व्यक्ति ना ही हिंदू है और ना ही मुस्लिम है। यह सभी लोग अपराधी हैं और अपराधी के खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा।
Union Home Minister Amit Shah has spoken to West Bengal Governor CV Ananda Bose and took stock of the situation in Howrah where violence broke out.
(File photo) pic.twitter.com/1Ffap3p4uu
— ANI (@ANI) March 31, 2023
बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी ने रामनवमी पर बड़ा बयान दिया था, जिमसें उन्होंने कहा था कि आप शौक से शोभायात्रा निकालिए, लेकिन एक बात का ध्यान रहे कि रमजान का महीना चल रहा है, तो ऐसे मे मुस्लिम बहुल इलाके में जाने से गुरेज करें। ममता ने यह भी कहा कि मैंने बीजेपी के कुछ नेताओं को यह कहते हुए सुना है कि हम हथियार लेकर चलेंगे, तो ऐसे लोगों के लिए मैं यह कहना चाहूंगी कि उनके लिए कोर्ट है।
वहीं, रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा को लेकर बीजेपी और टीएमसी आमने सामने आ चुकी है। जहां एक तरफ बीजेपी रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा को लेकर ममता की पुलिस प्रशासन की विफलता बताया है, तो वहीं दूसरी तरफ टीएमसी का कहना है कि यह बीजेपी की साजिश है। राजनीतिक इच्छाओं से प्रेरित होकर यह सबकुछ किया जा रहा है। फिलहाल इस पूरे मसले को लेकर बीजेपी और टीएमसी के आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग की जा रही है। अब ऐसे में इस पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद क्या कुछ कार्रवाई की जाती है।