नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले ही सभी सियासी दल अपने ताकत बढ़ाने में जुट गए हैं। पार्टियों के नेताओं का पाला बदलना और दूसरी पार्टी का दामन थामना लगातार जारी है। ममता बनर्जी के सबसे करीबी शुभेंदु अधिकारी ने भाजपा का दामन थाम लिया। शुभेंदु अधिकारी का नंदीग्राम में दबदवा किसी से छूपा नहीं है और इसे ममता भी अच्छी तरह से जानती हैं क्योंकि इसी नंदीग्राम के आंदोलन ने ममता को पश्चिम बंगाल में सियासत के शिखर पर ला दिया और वह सीएम की कुर्सी तक पहुंच गईं। लेकिन नंदीग्राम में शुभेंदु के जाने के बाद अपनी सियासी जमीन कमजोर होता देख ममता ने अब दो जगहों से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। इसमें से एक सीट भवानीपुर है जहां से वह जीत हासिल करती रही हैं और आज उन्होंने नंदीग्राम सीट से भी चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि ममता को लगने लगा है कि प्रदेश में उनकी सियासी जमीन कमजोर हो गई है। इसलिए वह दो सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि ममता के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने से शुभेंदु के जाने की कमी को पार्टी ऐसे में पूरा करना चाहती है। इस सब के बीच ममता आज नंदीग्राम पहुंची तो वहीं दूसरी तरफ आज भाजपा के नेता कोलकाता में रोड शो कर रहे थे। कोलकाता में हो रहे भाजपा के रोड शो में अचानक ही बवाल मच गया। यहां भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसमें केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और TMC छोड़कर भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी भी शामिल थे। वहीं इस रोड शो में पहले टीएमसी और भाजपा के कार्यकर्ता के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हुई और देखते ही देखते यह बवाल पत्थरबाजी में तब्दील हो गया। कोलकाता की सड़कों पर दोनों दलों के कार्यकर्ता एक दूसरों पर पत्थरबाजी करने लगे।
#WATCH | West Bengal: Stones were pelted at BJP workers who were part of a rally attended by Union Minister Debasree Chaudhuri, state BJP chief Dilip Ghosh and Suvendu Adhikari in Kolkata earlier today. pic.twitter.com/hLW8NEmWeX
— ANI (@ANI) January 18, 2021
इस पत्थरबाजी के बाद भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया की उनके रोड शो में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उत्पात मचाया। इसके बाद दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। वहीं यहां टीएमसी की महिला विंग की कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेताओं को काले झंडे भी दिखाए। इससे पहले 10 दिसंबर को पश्चिम बंगाल दौरे पर गए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर भी टीएमसी के समर्थकों ने पथराव किया था। इस पथराव में भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय समेत पार्टी के कुछ नेता घायल हो गए थे।
Police permission was obtained for this rally but still few persons were seen pelting stones. But these tactics will not work because people of West Bengal are with us and they want a change: BJP leader Suvendu Adhikari https://t.co/ODCWfcHZxb pic.twitter.com/ZOAs5dftJO
— ANI (@ANI) January 18, 2021
आपको बता दें कि 19 दिसंबर को शुभेंदु अधिकारी के साथ सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 विधायकों ने अमित शाह के सामने भाजपा का दामन थाम लिया था। इनमें से 5 विधायक टीएमसी के ही थे। शुभेंदु और इन नेताओं के भाजपा में शामिल होने से पहले तापसी मंडल, अशोक डिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पांजा, शीलभद्र दत्ता, दिपाली बिस्वास, शुक्र मुंडा, श्यांपदा मुखर्जी, बिस्वजीत कुंडू और बनश्री माइती ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था।