पटना। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी मामले में लालू यादव और राबड़ी देवी से सीबीआई पूछताछ कर चुकी है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बिहार से लेकर दिल्ली और मुंबई तक छापेमारी की थी। छापेमारी की जद में लालू के बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के अलावा उनकी बहनें रागिनी, पूजा वगैरह के अलावा कुछ करीबी भी थे। अब सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में तेजस्वी यादव को तलब किया है। सीबीआई ने पूछताछ के लिए तेजस्वी को समन जारी किया है। तेजस्वी को पूछताछ के लिए सीबीआई ने बीती 4 फरवरी को भी बुलाया था, लेकिन वो पेश नहीं हुए थे।
तेजस्वी यादव के बारे में ईडी के सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में जो मकान उनके नाम पर है, उसके मालिक तेजस्वी नहीं, बल्कि जमीन लेकर नौकरी देने के घोटाले में घिरी कंपनी के नाम पर है। कुल मिलाकर लालू यादव और उनके परिवार के लोगों की मुश्किल इस घोटाले में बढ़ती दिख रही है। लालू यादव पर आरोप है कि उन्होंने यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहने के दौरान कई लोगों को नौकरी दी। इस नौकरी के एवज में अपने बेटे-बेटियों के लिए जमीन ली। लालू यादव और तेजस्वी ने इन आरोपों का हमेशा खंडन किया है।
2017 में भी रेड हुआ था, उसके बाद हम अलग हो गए। 5 साल बीत गए और अब हम एक साथ आ गए हैं तो फिर से रेड हो रहा है। इस पर अब मैं क्या बोल सकता हूं?: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को CBI द्वारा दिए गए समन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पटना https://t.co/SjylX8W0L8 pic.twitter.com/hvKujD2puD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 11, 2023
इस बीच, कल लालू परिवार और करीबियों पर ईडी की रेड के मामले में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भले ही प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन तेजस्वी यादव को सीबीआई का समन मिलने के बाद आज उनकी प्रतिक्रिया आई है। नीतीश कुमार ने इस मामले में कहा कि ऐसा तो पहले भी किया गया है। नीतीश ने मीडिया से कहा कि 2017 में भी रेड हुआ था। उसके बाद हम अलग हो गए। 5 साल बीत गए और अब हम एक साथ आ गए हैं, तो फिर रेड हो रहा है। मैं इस पर क्या बोल सकता हूं।