नई दिल्ली। देश के वर्तमान हालात और हालिया सांप्रदायिक दंगों पर चिंता व्यक्त करते हुए दरुल उलूम के चांसलर अबुल कासिम नौमानी का विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने देश के मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि मुसलमान बुजदिली का रास्ता छोड़े और हालातों का सामना करे। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने तुम्हें ताकत दी है। बुजदिली बनने के लिए नहीं, बल्कि हालातों का सामना करने के लिए दी है। उन्होंने कहा कि आज की तारीख में लोगों के जेहन में इस्लाम को लेकर जो गंदगी है, उसे साफ करना आपका और हमारा काम है। लोगों के बीच में इस्लाम की नजीर पेश करे। उन्होंने हालिया सांप्रदायिक दंगों पर चिंता व्यक्त करते हुए मुसलमानों से अपने गुनाहों से तौबा करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई तुम्हारे जानमाल, आबरू और इज्जत पर हमला करता है, तो अल्लाह ने जितनी भी ताकत दी है, उसके साथ उसका सामना करो। उन्होंने कहा कि एक दिन मौत तो आएगी ही, तो क्यों न इज्जत के साथ आए। इसके अलावा उन्होंने देश के मौजूदा हालातों पर सियासतदानों की खामोशी पर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा हालात समाज के किसी भी पक्ष के लोगों के लिए हितकर नहीं हैं। लेकिन हैरानी की बात है कि इन मसलों पर सियासतदान अपनी राय जाहिर करने से गुरेज कर रहे हैं। दुरुल उलूम के उक्त बयान को अब जहांगीरपुरी हिंसा से जोड़कर देखा जा रहा है।
बता दें कि जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मुख्तलिफ वीडियो के सहारे आरोपियों को चिन्हित करने की कवायद शुरू हो चुकी है। अब इस पूरे मामले में पुलिस क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।