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इस दिन तय होगी राम मंदिर निर्माण की तारीख, बैठक में हुआ फैसला

शनिवार को रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण करने के बाद श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की निर्माण समिति के अध्यक्ष व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र ने बयान दिया की भूमि पूजन का ऐलान नई दिल्ली में होगा।

नई दिल्ली। शनिवार को रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण करने के बाद श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की निर्माण समिति के अध्यक्ष व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र ने बयान दिया की भूमि पूजन का ऐलान नई दिल्ली में होगा।

दरअसल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंचे और उन्होंने मंदिर के लिए विहिप की ओर से की गई अब तक की तैयारियों, कार्यशाला में तराश कर रखी गई शिलाओं, 67 एकड़ का रामलला परिसर, उससे जुड़े रास्तों को देखा। उनके साथ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी थे, जो उन्हें हर गतिविधि की जानकारी दे रहे थे। ट्रस्ट बनने के बाद मिश्र का यह पहला दौरा है।

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करीब 3 घंटे तक परिसर का निरीक्षण करने के बाद मिश्र विहिप की उस कार्यशाला में पहुंचे, जहां 30 साल से पत्थरों को तराशा जा रहा है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कार्यशाला में चंपत राय ने उन्हें तराशी गई शिलाएं दिखाई। राय ने यह भी बताया कि यह शिलाएं कई साल से खुले में यहां रखी हैं, जिससे इनकी चमक उतर गई है। होली के बाद कारीगर इनकी सफाई शुरू करेंगे।


इसके साथ ही चंपत राय ने यह भी बताया कि 20 से 30 टन भारी इन पत्थरों को जूट के गद्दों और टायरों के सहारे निर्माण स्थल पर ले जाएंगे। राय के साथ ट्रस्ट के सदस्य डीएम अनुज कुमार ने मिश्र को अब तक की गई तैयारियों की जानकारी दी। इसके साथ ही आपको बता दें, कि ट्रस्ट की ओर से कहा गया कि बैठकों में तय हुआ कि पहले इंजीनियरों की टीम तकनीकी परीक्षण करेगी। इसकी रिपोर्ट 25 मार्च तक मांगी जाएगी। फिर ट्रस्ट की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी से भूमि पूजन कराने के लिए शुभ मुहूर्त की घोषणा की जाएगी।

नृपेंद्र ने शनिवार को पूरा दिन अयोध्या में बिताया। उनके साथ भारत सरकार की कंपनी एनबीसीसी के पूर्व चेयरमैन व सीएमडी अरुण कुमार मित्तल और निजी क्षेत्र की निर्माण कंपनी लार्सन एंड टूब्रो के प्रमुख इंजीनियर दिवाकर त्रिपाठी भी थे।

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विराजमान रामलला, राममंदिर के 70 एकड़ के परिसर समेत विहिप की कार्यशाला में हुई तैयारियों का जायजा लेने के बाद तय हुआ कि अयोध्या में 3-4 मार्च को ट्रस्ट की संभावित बैठक अब नहीं होगी। नृपेंद्र ने कहा कि रिपोर्ट तैयार करने के लिए कुशल इंजीनियरों की टीम तय की जाए। इसके बाद ट्रस्ट की बैठक व भूमि पूजन की तिथि तय होगी। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि तकनीकी टीम की रिपोर्ट के बाद ही मंदिर निर्माण की तिथि व भूमि पूजन का मुहूर्त तय हो पाएगा। तकनीकी लोग उसका सही आकलन कर तय करेंगे कि मौलिक काम शुरू करने के लिए पूजन कब प्रारंभ करें।