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Parliament Security Breach: लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा में चूक को लेकर नहीं थमा हंगामा, तो संसद की कार्यवाही इतने दिनों के लिए हुई स्थगित

Parliament Security Breach: प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि इस पूरे मामले को अंजाम देने की तैयारी पिछले 9 महीने से चल रही थी। इससे पहले भी बजट सत्र में सभी आरोपी संसद की टोह लेने आए थे। उधर, इस पूरे मामले के बाद सुरक्षा की सुरक्षा- व्यवस्ता दुरूस्त कर दी गई है।

नई दिल्ली। लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सड़क से लेकर संसद तक संग्राम देखने को मिल रहा है। विपक्षी दल लगातार इस पूरे मसले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जवाब मांग रहे हैं। उधर, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा सभापति को पत्र लिखकर तफ्तीश की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने अमित शाह के बयान की भी मांग की थी। वहीं, अब तक इस मामले में संलिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 14 दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। उधर, इस मामले का मास्टर माइंड ललित झा ने पुलिस को सरेंडर कर दिया है। फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ कर यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिर उन्होंने संसद को निशाना बनाने की कोशिश क्यों की?

हालांकि, प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि इस पूरे मामले को अंजाम देने की तैयारी पिछले 9 महीने से चल रही थी। इससे पहले भी बजट सत्र में सभी आरोपी संसद की टोह लेने आए थे। उधर, इस पूरे मामले के बाद सुरक्षा-व्यवस्ता दुरूस्त कर दी गई है। भारी संख्या में पुलिसबलों को तैनात कर दिया गया है, जो कि हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूरे मामले को गंभीरता लेने की बात कही और सियासत करने वाले सियासी नुमाइंदों को ऐसा ना करके हिदायत दी। उधर, मीडिया के सामने कोई भी बयान देना जरूरी नहीं समझा। सभी आरोपियों ने कुल मिलाकर यही कहा कि हम जो भी कहेंगे अदालत में कहेंगे।

वहीं, अब इस पूरे मसले को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा नहीं थमा। हंगामा करने के आरोप में अब तक 14 सांसद को लोकसभा और एक को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया, लेकिन इसके बावजूद भी यह हंगामा नहीं थमा जिसे ध्यान में रखते हुए अब संसद को आगामी 18 दिसंबर के लिए स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र बीते दिनों 4 दिसंबर को बुलाया गया था, जो कि 22 दिसंबर तक चलेगा। अब ऐसे में संसद की सुरक्षा में चूक हुई है, उसे ध्यान में रखते हुए आगामी 18 दिसंबर तक के लिए संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है।