नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राजनीति हलकों में गरमागरम बहस और रणनीतिक चालें चल रही हैं। विपक्षी गठबंधन के ऊपर एनडीए सरकार लगातार हमलावर रुख अपना रही है। इसी सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल ने गुरुवार को राज्यसभा में विपक्षी गठबंधन के नाम से “I.N.D.I.A” शब्द हटाने की मांग उठाई।
सत्र के दौरान बंसल ने विपक्षी गठबंधन का नाम बदलकर इंडिया किए जाने का पुरजोर तरीके से विरोध किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि “INDIA” शब्द में उपनिवेशीकरण और अधीनता के ऐतिहासिक प्रतीक नजर आते हैं, और इसलिए राजनीतिक गठबंधन के नाम पर इसका उपयोग दासता की भावना को कायम रख सकता है। इसके बजाय, उन्होंने एक ऐसा नाम अपनाने का प्रस्ताव रखा जो प्रगतिशील भारत की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करते हुए स्वतंत्रता, लोकतंत्र और समावेशिता का प्रतिनिधित्व करता हो।
आज संसद के मानसून सत्र मे विषेश उल्लेख मे मांग उठाई की देश का नाम इंडिया दैट इज भारत हटा कर केवल “भारत” होना चाहिए।आजादी के अमृत काल मे अंग्रेजी गुलामी के प्रतिक को हटा कर इस पुण्य पावन धरा का नाम संविधान के अनुच्छेद 1 में संशोधन कर पुनः “भारत” रखा जाए । 1/2 #ParliamentSession pic.twitter.com/rFoivEwQA2
— Naresh Bansal (@bjpnareshbansal) July 27, 2023
अपनी मांग के समर्थन में बंसल ने पिछले साल लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के एक संबोधन का हवाला दिया। प्रधान मंत्री ने राष्ट्र को उन प्रतीकों की बेड़ियों से मुक्त करने का आह्वान किया था जो दासता को दर्शाते हैं और एक ऐसे भविष्य को अपनाते हैं जो समावेशिता और स्वतंत्रता की सच्ची भावना का प्रतीक है।