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BAPS: सेवा और समर्पण का विश्व का सबसे बड़ा उत्सव, 7 दिसंबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में मनाया जाएगा बीएपीएस कार्यकर स्वर्ण महोत्सव

BAPS: पिछले तीन महीनों में 10,000 से अधिक स्वयंसेवकों ने इस आयोजन की तैयारियों में योगदान दिया है। रायसन, सारंगपुर और शाहीबाग में कार्यशालाओं के माध्यम से प्रॉपर्टीज तैयार की गईं। स्टेडियम और रिवरफ्रंट के पास वाहनों के लिए 1,300 बसों और हजारों वाहनों की पार्किंग व्यवस्था की गई है।

नई दिल्ली। विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम, नरेंद्र मोदी स्टेडियम, 7 दिसंबर को बीएपीएस (BAPS) कार्यकर स्वर्ण महोत्सव के ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनेगा। इस भव्य समारोह में बीएपीएस के 50 वर्षों के समर्पण को श्रद्धांजलि दी जाएगी। कार्यक्रम में 30 से अधिक देशों के 1 लाख से अधिक स्वयंसेवक शामिल होंगे। इस उत्सव का आयोजन बीएपीएस के आध्यात्मिक प्रमुख परम पूज्य महंतस्वामी महाराज की उपस्थिति में होगा। साथ ही, गृहमंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य गणमान्य अतिथि भी इस मौके पर उपस्थित रहेंगे।

बीएपीएस सेवा और समर्पण की अद्वितीय मिसाल

बीएपीएस संस्था ने प्रमुखस्वामी महाराज के नेतृत्व में मानवता की सेवा के लिए अनेकों कार्य किए हैं। युक्रेन संकट के दौरान छात्रों की सुरक्षित वापसी से लेकर प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप और सुनामी के दौरान सहायता प्रदान करने तक, बीएपीएस के स्वयंसेवकों ने हर परिस्थिति में मानवता का साथ दिया। इस महोत्सव में बीएपीएस के कार्यकर्ताओं के बलिदान और समर्पण को भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।

कार्यक्रम की मुख्य झलकियां

  • 30 से अधिक देशों से 1 लाख स्वयंसेवकों की होगी भागीदारी।
  • 2000 कलाकारों, 1,800 लाइट्स और 30 प्रोजेक्टर के साथ होगा अत्याधुनिक सांस्कृतिक प्रदर्शन।
  • गुरुहरि महंतस्वामी महाराज के साथ प्रमुख गणमान्य अतिथियों की होगी उपस्थिति।

7 दिसंबर की तैयारियां

पिछले तीन महीनों में 10,000 से अधिक स्वयंसेवकों ने इस आयोजन की तैयारियों में योगदान दिया है। रायसन, सारंगपुर और शाहीबाग में कार्यशालाओं के माध्यम से प्रॉपर्टीज तैयार की गईं। स्टेडियम और रिवरफ्रंट के पास वाहनों के लिए 1,300 बसों और हजारों वाहनों की पार्किंग व्यवस्था की गई है।

बीएपीएस की उपलब्धियां

  • मंदिर निर्माण: दिल्ली, गांधीनगर, रॉबिंसविल (अमेरिका) और अबू धाबी में भव्य मंदिरों का निर्माण।
  • आपदा राहत: कोविड-19 और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में मदद।
  • सांस्कृतिक महोत्सव: 1985 के लंदन उत्सव और 1991 के न्यू जर्सी महोत्सव ने भारतीय संस्कृति को वैश्विक मंच पर पहुंचाया।
  • आदिवासी विकास: 2,000 गांवों में शिक्षा और चिकित्सा सेवाएं।
  • पर्यावरण पहल: वृक्षारोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता अभियान।

कार्यक्रम का प्रसारण

इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 7 दिसंबर को शाम 5:00 से रात 8:30 बजे तक live.baps.org और आस्था टीवी चैनल पर किया जाएगा।

सूचना: स्टेडियम में केवल बीएपीएस कार्यकर्ताओं के लिए स्थान आरक्षित रहेगा। अन्य श्रद्धालु कार्यक्रम का लाभ लाइव प्रसारण के माध्यम से उठा सकते हैं।