नई दिल्ली। विकास और प्रगति का कोई अंत नहीं है, आगे बढ़ने की कोई सीमा नहीं होती है, जब हम अपने लक्ष्य तक पहुंचते हैं, तो हम देखते हैं कि अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। ‘इतना आगे-इतना आगे जिसका कोई छोर नहीं, जहां पूर्णता ही मर्यादा हो सीमाओं का जोर नहीं’, यह बात आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने झारखंड के बिष्णुपुर में ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के दौरान कही। संघ प्रमुख ने कहा कि विकास की दौड़ में आज इंसान सुपरमैन बनना चाहता है लेकिन वो वहां भी नहीं रुकता। भागवत ने कहा कि देश के भविष्य को लेकर कोई संदेह नहीं है, अच्छी चीजें होनी चाहिए, इसके लिए सभी काम कर रहे हैं।
VIDEO | “There is no end of progress… People want to become superman, but he doesn’t stop there, then he wants to become ‘Devta’, then ‘Bhagwan’, but ‘Bhagwan’ says he is a ‘Vishwaroop’. Nobody knows whether there is anything bigger than that. There is no end of development.… pic.twitter.com/us0m16vEoW
— Press Trust of India (@PTI_News) July 18, 2024
ग्राम्य कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि कभी यह मत सोचना काम पूरा हो गया, कभी रुकना नहीं चाहिए और काम में हमेशा निरंतरता रखनी चाहिए। विकास भारती की तरफ से चलाए जा रहे पौधारोपण अभियान की शुरूआत करते हुए संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि जैसे आपने पौधे लगाए तो यह सिलसिला चलता रहना चाहिए, रुकना नहीं चाहिए। यह मत सोचना कि अभियान पूरा हो गया तो बस काफी पौधे लग गए। भागवत ने कहा कि जैसे पढ़ाई सतत करनी चाहिए और स्वास्थ्य की चिंता भी सतत रहनी चाहिए। ये सारे सतत करने के काम हैं, इनका अंत नहीं है और जब ये काम सतत किए जाते हैं तभी समाधान मिलता है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गांवों के विकास के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों की भी कार्यकर्ताओं से जानकारी ली। इस दौरान संघ प्रमुख ने ग्राम्य कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद भी किया। इस कार्यक्रम में लगभग 2000 ग्राम्य कार्यकर्ता शामिल हुए। इससे पहले रांची में सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर में प्रांत प्रचारकों की बैठक हुई थी। इसके बाद 15 जुलाई से संघ के समवैचारिक संगठनों में कार्यरत संगठन मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक हुई। इस बैठक में इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले भी मौजूद रहे।