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Rigging In UP PCS J Exam 2022 : यूपी पीसीएस जे परीक्षा में भी हुई थी धांधली, जानिए रिजल्ट आने के बाद कैसे हुआ खुलासा

Rigging In UP PCS J Exam 2022 : यूपी लोक सेवा आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में यह स्वीकार किया है कि 50 अभ्यर्थियों की कॉपियां कोडिंग में हेराफेरी करके बदली गई थीं। आयोग ने इस मामले में पांच अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है जिसमें तीन को सस्पेंड कर दिया गया है। इस परीक्षा का आयोजन 22 से 25 मई 2023 के बीच किया गया था। मुख्य परीक्षा का रिजल्ट 1 अगस्त 2023 को, जबकि फाइनल रिजल्ट 30 अगस्त 2023 को जारी कर दिया गया था।

नई दिल्ली। नीट यूजी परीक्षा में धांधली को लेकर देश भर में मचे बवाल के बीच अब यूपी पीसीएस जे मेंस 2022 की परीक्षा में गड़बड़ी की बात सामने आई है। इस परीक्षा में पैसे लेकर 50 अभ्यर्थियों की कॉपियां कोडिंग में हेराफेरी करके बदली गई थीं। यूपी लोक सेवा आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में यह स्वीकार किया है कि परीक्षा में धांधली हुई थी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने इस मामले में पांच अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इस परीक्षा का आयोजन 22 से 25 मई 2023 के बीच किया गया था। मुख्य परीक्षा का रिजल्ट 1 अगस्त 2023 को, जबकि फाइनल रिजल्ट 30 अगस्त 2023 को जारी कर दिया गया था। चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी मिल चुकी है।

रिजल्ट आने के बाद कैसे हुआ खुलासा-
पीसीएस जे मुख्य परीक्षा-2022 के अभ्यर्थी श्रवण पांडेय ने आरटीआई के तहत अपनी आंसर शीट देखी। श्रवण ने पाया कि उनकी अंग्रेजी की आंसर शीट की हेंड राइटिंग उनकी हेंड राइटिंग से अलग थी और दूसरी आंसर शीट के कुछ पन्ने भी फटे हुए थे। इसके बाद श्रवण ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर दी। इस बीच आयोग ने मुख्य परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थियों को 20 जून 2024 से उनकी आंसन शीट दिखानी शुरू कर दी है। अब तक 232 अभ्यर्थी अपनी आंसर शीट देख चुके हैं। वहीं आज आयोग द्वारा इस मामले में अपनी गलती स्वीकारने के बाद इस परीक्षा में भी धांधली उजागर हो गई।

हाईकोर्ट ने क्या कहा-
हाईकोर्ट में जस्टिस एसडी सिंह और जस्टिस अनीश कुमार गुप्ता की डिवीजन बेंच ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से पूछा है कि जिन अभ्यर्थियों की कॉपियां बदल गई हैं उनके रिजल्ट का क्या होगा? अगर नए नए सिरे से परीक्षा परिणाम घोषित किया जाए तो इससे कितने अभ्यर्थी बाहर होंगे और कितने नए लोगों को स्थान मिलेगा? जिन अभ्यर्थियों की नियुक्ति हो चुकी है उनके बारे में क्या निर्णय लिया जाएगा? हाई कोर्ट में अब मामले की अगली सुनवाई अब 8 जुलाई को होगी।

इन पर की गई है कार्रवाई-
इस मामले में अनुभाग अधिकारी शिव शंकर, समीक्षा अधिकारी नीलम शुक्ला और सहायक समीक्षा अधिकारी भगवती देवी को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, पर्यवेक्षण अधिकारी ने उप सचिव सतीश चंद्र मिश्रा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का भी निर्णय लिया है। साथ ही रिटायर्ड एसिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर चंद्रकला के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए सरकार से अनुमति मांगी गई है।