
मुंबई। दशहरा के मौके पर हर साल की तरह महाराष्ट्र की सियासत गरमाई रही। मौका था दशहरा रैली का। पहले जब शिवसेना एक थी, तो वो विपक्षी दलों पर निशाना साधती थी। अब शिवसेना दो खेमों में बंट चुकी है, तो इन खेमों के नेता एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे पिछले साल की तरह इस साल भी अपनी-अपनी दशहरा रैली में एक-दूसरे पर चुन-चुनकर वार करते नजर आए। उद्धव ठाकरे ने जहां शिवाजी पार्क की परंपरागत जगह दशहरा रैली की। वहीं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना की दशहरा रैली आजाद मैदान में हुई। उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की इन दशहरा रैलियों में जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए। यहां तक कि इनमें चोर, रावण, हिटलर और हमास जैसे शब्दों से भी खूब निशाना साधा गया। आपको पहले बताते हैं कि शिवाजी पार्क में मंगलवार को दशहरा रैली में उद्धव ठाकरे ने क्या कहा।
सहा दशकांची अभेद्य परंपरा, आमचा दसरा मेळावा!
ज्या दिवसाची प्रत्येक शिवसैनिक आतुरतेने वाट पाहतो तो ‘कुटुंबसोहळा’ आज त्याच उत्साहात, जल्लोषात आपल्या शिवतीर्थावर साजरा झाला. प्रत्येक शिवसैनिकाची निष्ठा, एकजूट हिच संघटनेची ताकद आहे हे पुन्हा एकदा मायबाप जनतेने दाखवून दिले. कुणी… pic.twitter.com/CRx2JRn55B
— ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) October 24, 2023
उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली में एकनाथ शिंदे और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उद्धव ने कहा कि बीजेपी या जनसंघ ने देश की आजादी, मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम या संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन समेत किसी भी मसले में कोई भूमिका नहीं निभाई। उन्होंने कहा कि शिवसेना को चोरी करने की कोशिश हो रही है। सत्ता में आने के बाद हम उन लोगों को उल्टा लटका देंगे, जो हमें परेशान कर रहे। उद्धव ने कहा कि मनमोहन सिंह, नरसिंह राव और अटल बिहारी वाजपेयी ने मिली-जुली सरकार अच्छे से चलाई। एक मजबूत सरकार होनी चाहिए, लेकिन प्रचंड बहुमत वाली नहीं। उद्धव ने एकनाथ शिंदे और उनके साथियों पर निशाना साधा और कहा कि इस रैली के बाद हम सभी खोकेसुर का दहन करने वाले हैं। उद्धव ने कहा कि रावण शिवभक्त था, फिर भी राम ने उसका अंत किया। जैसे हनुमान ने रावण की लंका जलाई, उसी तरह मेरे सामने बैठे हजारों शिवसैनिक इन रावण को भस्म करेंगे। उद्धव ने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए हिटलर शब्द का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने एकनाथ शिंदे सरकार की तुलना जनरल डायर से की।
आझाद शिवसेनेचा #दसरा_मेळावा आज आझाद मैदानात पार पडला, यावेळी बोलताना एकेकाळी याच दसरा मेळाव्यात आदरणीय बाळासाहेबांनी ‘गर्व से कहो हम हिंदू है’ चा नारा दिला होता मात्र आज तोच विचार मागे पडून काँग्रेसला साथ दिली जात आहे. मी राज्याचा मुख्यमंत्री असताना मागील वर्षी शिवाजी पार्कवर… https://t.co/9wLTmTCGqj pic.twitter.com/mwffmRzmy4
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) October 24, 2023
वहीं, आजाद मैदान में एकनाथ शिंदे ने भी उद्धव ठाकरे पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं रखी। उन्होंने भी रावण शब्द का इस्तेमाल किया और कहा कि जिस तरह सीता हरण के लिए उसने साधु का वेश धरा था, उसी तरह उद्धव ठाकरे ने भी सीएम बनने की इच्छा छिपाई थी। शिंदे ने कहा कि 2024 में जनता इंडिया गठबंधन नाम के रावण का दहन करेगी। उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 में मोदी आए थे और फिर मोदी ही पीएम बनेंगे। रायगढ़ में भूस्खलन का जिक्र करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं मना किए जाने के बाद भी वहां पहाड़ पर चढ़ा, लेकिन उद्धव ठाकरे वहां आकर वैनिटी वैन में बैठे रहे और मीडिया से बात कर चले गए। फिर शिंदे ने कहा कि मुंबई की बाढ़ में बांद्रा जब डूब गया, तो उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब को मातोश्री में अकेला छोड़ा और एक फाइव स्टार होटल में चले गए। आज ऐसा लग रहा है कि वो कब अपनी पार्टी कांग्रेस में विलय करेंगे, पता नहीं। उन्होंने कहा कि आज वे कांग्रेस के जूते उठा रहे हैं। एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका गुट स्वार्थ के लिए आतंकी समूह हमास और लश्कर-ए-तैयबा से भी गठबंधन कर सकता है।