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कोरोना की इस दवा को भी मिली DGCI की मंजूरी, एक टेबलेट की कीमत होगी इतनी

कोरोना संकट के बीच एक दवा को भी DGCI की मंजूरी मिली है। जो लोगों के लिए राहत की बात है। कोरोना वायरस की सबसे सस्ती दवा बन चुकी है। उसे बाजार में लाने की अनुमति भी एक दवा कंपनी को मिल गई है।

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच एक दवा को भी DGCI की मंजूरी मिली है। जो लोगों के लिए राहत की बात है। कोरोना वायरस की सबसे सस्ती दवा बन चुकी है। उसे बाजार में लाने की अनुमति भी एक दवा कंपनी को मिल गई है। इस दवा को बाजार में लाने के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से दवा कंपनी को अनुमति मिल चुकी है। इस दवा की एक टैबलेट मात्र 59 रुपए में मिलेगी।

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फैवीटॉन दवा

इस दवा का नाम फैवीटॉन (Faviton)है, जिसे ब्रिन्टन फार्मास्यूटिकल्स ने बनाया है। कंपनी का दावा है कि यह एंटीवायरल ड्रग है जो कोरोना वायरस से लड़ने में कोरोना मरीजों की मदद करेगी। इस दवा को फैवीपिरावीर (Favipiravir) के नाम से भी बाजार में बेचा जाता है।

टेबलेट की कीमत

फाइनेंशियल एक्सप्रेस के मुताबिक ब्रिन्टन फार्मा ने कहा है कि फैवीटॉन 200 मिलीग्राम की टैबलेट में आएगी। एक टैबलेट की कीमत 59 रुपये होगी। यह कीमत मैक्सिमम रिटेल प्राइज होगी। इससे ज्यादा कीमत पर यह दवा नहीं बेची जाएगी।

हर कोविड सेंटर पर पहुंचाएंगे दवा : ब्रिन्टन फार्मा के सीएमडी

ब्रिन्टन फार्मा के सीएमडी राहुल कुमार दर्डा ने बताया कि हम चाहते हैं कि ये दवा देश के हर कोरोना मरीज को मिले। हम इसे हर कोविड सेंटर पर पहुंचाएंगे। हमारी दवा की कीमत भी फिक्स है। ये एक सस्ती दवा है। कंपनी ने कहा है कि इस समय फैवीपिरावीर दवा की जरूरत सबको है। ये दवा उन मरीजों के लिए बेहतरीन है जिन्हें कोरोना का हल्का या मध्यम दर्जे का संक्रमण है।