Temple Dress Code: आगरा-मथुरा के इन मंदिरों में छोटे कपड़े वालों को नहीं मिलेगी एंट्री, जानिए क्या है नया ड्रेस कोड

Temple Dress Code: जानकारी के अनुसार जिन मंदिरों में ये ड्रेस कोड लागू करने की बात सामने आ रही हैं उनमें आगरा के कैलाश महादेव मंदिर समेत कई मंदिरों में छोटे कपड़ों में मंदिरशामिल हैं। आगरा की तरह ही मथुरा का राधा बल्लभ समेत कई मंदिरों में भी इसी तरह का निर्देश दिया गया है। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं को कहा गया है कि अगर वो मंदिर आते हैं तो भारतीय परंपरा के अनुसार ही वस्त्र पहनकर आएं नहीं तो उन्हें मंदिरों में प्रवेशकरने से मंदिर प्रशासन रोक देगा।

Avatar Written by: June 4, 2023 12:26 pm
mandir

नई दिल्ली। देश में सबसे ज्यादा मंदिरों वाले शहरों में मथुरा-वृंदावन गिने जाते हैं। इन मंदिरों में लाखों की संख्या में हर महीने लोग पहुंचते हैं। लेकिन पाश्चात्य सभ्यता के परिधानों को लेकर एक सवाल यहां हमेशा से रहा है। मगर अब खबरों के अनुसार आगरा और मथुरा के तमाम मंदिरों में छोटे कपड़े पहनने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ये ड्रेस कोड मंदिर परिसर में प्रवेश करने वाले सभी भक्तों के ऊपर लागू होगा। इसके साथ ही मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रृद्धालुओं को भारतीय परम्परा के अनुसार ही कपड़ों को पहनकर आने के निर्देश दिए गए है।

mandir

जानकारी के अनुसार जिन मंदिरों में ये ड्रेस कोड लागू करने की बात सामने आ रही हैं उनमें आगरा के कैलाश महादेव मंदिर समेत कई मंदिरों में छोटे कपड़ों में मंदिरशामिल हैं। आगरा की तरह ही मथुरा का राधा बल्लभ समेत कई मंदिरों में भी इसी तरह का निर्देश दिया गया है। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं को कहा गया है कि अगर वो मंदिर आते हैं तो भारतीय परंपरा के अनुसार ही वस्त्र पहनकर आएं नहीं तो उन्हें मंदिरों में प्रवेशकरने से मंदिर प्रशासन रोक देगा।

mandir

इसको लेकर मंदिर प्रशासन बेहद सख्त हैं, ड्रेस कोड के लिए जो भी नियम बनाए गए हैं उनको मंदिर के बाहर बोर्ड पर भी चस्पा कर दिया गया है। जिससे कि जो भी भक्त इस बार अगर छोटे कपड़ों को पहनकर मंदिर पहुंचा है वो अगली बार से ये नियम याद रखे। इस बोर्ड पर साफ़ शब्दों में ये लिखा गया है कि जो भी भक्त छोटे कपडे पहनकर मंदिर में प्रवेश करता है उसको वापस भेज दिया जाएगा। अगर मंदिर में दर्शन करने हैं तो भारतीय सनातनी परंपरा के अनुरूप ही वस्त्र धारण करके आएं।