नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को डिजिटल माध्यम से पोर्ट ब्लेयर के वीर सावरकर हवाई अड्डे पर नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग उम्र के हिसाब से 24 साल के होने का दावा करते हैं, असल में वे 26 साल के होने के लक्षण दिखा रहे हैं। उन्होंने उन पर पाखंडी होने का आरोप लगाया और उन्हें भ्रष्ट करार दिया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बेंगलुरु में चल रहे ‘कट्टर भ्रष्टाचारियों’ के सम्मेलन का जिक्र किया। उन्होंने खुद को ऐसी चीज़ के रूप में पेश करने के लिए इन पार्टियों की आलोचना की, जो वे हैं ही नहीं, उनके कार्यों की तुलना झूठे लेबल के तहत एक अलग उत्पाद बेचने से की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन वंशवादी पार्टियों के बारे में सच्चाई पारिवारिक व्यवसाय चलाने के समान है।
PM Shri @narendramodi inaugurates New Integrated Terminal Building of Veer Savarkar International Airport in Port Blair. https://t.co/1SjVDL2SpV
— BJP (@BJP4India) July 18, 2023
नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि यह सुविधा पोर्ट ब्लेयर में यात्रा सुविधा को बढ़ाएगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इससे व्यापार संचालन सुचारू होगा और क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार होगा। बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक के बारे में बोलते हुए, पीएम मोदी ने स्पष्टता और एकता की कमी की ओर इशारा करते हुए उन पर कई मुखौटे पहनने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे उन पर जातिवाद का जहर फैलाने और विभाजनकारी राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
विपक्ष पर PM मोदी ने साधा निशाना, कहा -‘ये लोग देश के लोकतंत्र को… देश के संविधान को अपना बंधक बनाना चाहते हैं’
पीएम ने शायराना अंदाज में तंज कसते हुए कहा, ‘नफरत हैं घोटालें हैं, तुष्टिकरण हैं मन काले हैं…’@romanaisarkhan#PMModi #NarendraModi #PortBlair #PortBlairAirport pic.twitter.com/93MngqmbWj
— ABP News (@ABPNews) July 18, 2023
पोर्ट ब्लेयर में नव अनावरण टर्मिनल भवन से क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार क्षेत्र को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह यात्रियों और व्यवसायों के लिए बुनियादी ढांचे और पहुंच को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री का भाषण उनके लिए विपक्षी दलों और उनके कथित भ्रष्ट आचरण पर कटाक्ष करने का एक अवसर भी था। उनके कड़े शब्दों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सत्तारूढ़ दल के रुख और इसे भारतीय राजनीतिक परिदृश्य से उखाड़ फेंकने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया।