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#babrimasjid: बाबरी विध्वंस की बरसी आज, हाई अलर्ट पर अयोध्या, मथुरा में कड़ी सुरक्षा के बीच ड्रोन से निगरानी

#babrimasjid: आज ही के दिन साल 1992 को बाबरी मस्जिद ध्वस्त (Babri Masjid Demolition Anniversary) कर दी गई थी। बाबरी विध्वंस की बरसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या को हाई अलर्ट पर रखा गया था। न सिर्फ अयोध्या बल्कि मथुरा में भी किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।

नई दिल्ली। 6 दिसंबर को आज ही के दिन साल 1992 को बाबरी मस्जिद ध्वस्त (Babri Masjid Demolition Anniversary) कर दी गई थी। बाबरी विध्वंस की बरसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या को हाई अलर्ट पर रखा गया था। न सिर्फ अयोध्या बल्कि मथुरा में भी किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा निगरानी के लिए ड्रोन की भी सहायता ली जा रही है।

Anniversary Of Babri Demolitionबाबरी विध्वंस की बरसी (Anniversary Of Babri Demolition) को ध्यान में रखते हुए इलाके में किसी तरह के आयोजनों की इजाजत नहीं दी गई है। पुलिस इलाके के साथ ही हिंदू संगठनों पर भी अपनी निगाहें गड़ाए बैठी है। ताकि किसी भी सूरत में आज के दिन कोई बवाल देखने को न मिले। पुलिस बाहर से आने-जाने वाले लोगों और गाड़ियों की चेकिंग भी कर रही है। खासकर पुलिस दोनों धर्मस्थलों के 300 मीटर क्षेत्र में बने रेड जोन के करीब के इलाके पर कड़ी सुरक्षा कर रही है और वहां आने-जाने वालों पर नजर बना रही है।

Anniversary Of Babri Demolition

अखिल भारत हिंदू महासभा ने की है ये मांग

इस मौके पर अखिल भारत हिंदू महासभा की तरफ से मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह परिसर में लड्डू गोपाल का जलाभिषेक करने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की इजाजत मांगी है। इधर मथुरा प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था का ख्याल रखते हुए जिले में धारा 144 लागू कर दी है ऐसे में अब पांच से ज्यादा लोग एक जगह पर इकठ्ठा नहीं हो सकेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया है ये फैसला

ध्यान हो कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अपना फैसला सुना चुका है। सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में फैसला हिंदू पक्ष में सुनाते हुए राम जन्मभूमि परिसर को राम मंदिर निर्माण के लिए दे दिया था। वहीं, कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष (सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड) को अयोध्या जनपद में ही 5 एकड़ जमीन दी गई थी जहां वो मस्जिद का निर्माण कर सके। फिलहाल अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है।