
नई दिल्ली। भारत में सशक्त महिलाओं की गिनती में आने वाली इंदिरा गांधी ने अपने अभूतपूर्व योगदान औऱ कार्यों से अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा चुकी थी। भारत की पूर्व प्रधानमंत्री और आयरन लेडी कही जाने वाली महिला इंदिरा गांधी की आज 38वीं पुण्यतिथि हैं। देश की महिला इंजीनियर, पायलट, डॉक्टर और कई अन्य पदों पर पहली महिला का स्थान पाया और औरतों के लिए उस क्षेत्र में अपनी जगह बनाने का रास्ता बनाया। इंदिरा गांधी पहली महिला हैं जो देश के प्रधानमंत्री में कार्यरत थी। इंदिरा गांधी के बाद कोई भी महिला अब तक देश की प्रधानमंत्री नहीं बनीं। आइए आयरन लेडी इंदिरा गांधी के पुण्यतिथि के अवसर पर जानते है उनके बारें में कुछ खास बातें-
इंदिरा गांधी ने देश में क्रांति लाई
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को जवाहर लाल नेहरू के घर पर हुआ था। इंदिरा एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती थी। 11 साल की आयु में इंदिरा ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ बच्चों की वानर सेना बनाई थी। इंदिरा गांधी ने जवाहर लाल नेहरू के साथ काम करना शुरू किया था, इस दौरान जवाहर लाल नेहरू प्रधानमंत्री बने। इंदिरा नारी शक्ति का बेहतरीन उदाहरण हैं। बतौर प्रधानमंत्री उनके दमदार फैसलों ने देश में क्रांति ला दी थी। इनको राजनीति में बहुत अधिक ज्ञान था, आखिर इंदिरा को राजनीति विरासत में जो मिली थी। पिता के निधन के बाद इनकी कांग्रेस पार्टी में प्रतिष्ठा बढ़ गई।
इंदिरा गांधी की कैसे हुई हत्या
31 अक्टूबर 1984 को सुबह करीब 9 बजे इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री कार्यालय से बाहर निकलीं। इंदिरा गांधी अधिकारियों से चर्चा कर रही थी तभी उनकी सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी गार्ड बेअंत सिंह ने अफनी सर्विस रिवॉल्वर से इंदिरा गांधी पर तीन गोलियां चलाईं। जिसके ठीक बाद सतवंत सिंह ने अपनी ऑटोमैटिक कार्बाइन की सभी 25 गोलियां इंदिरा गांधी के ऊपर चला दी और इस घटना के तुरंत बाद इंदिरा को एम्स अस्पताल में भर्ती किया गया था जिसके ठीक 4 घंटे बाद डाक्टर्स ने इंदिरा को मृत घोषित कर दिया था।