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Manish Sisodia: शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया की बढ़ी मुश्किल, सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने डिलीट किए गए चैट और फाइलें हासिल की

खास बात ये है कि दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने जब मामले की जांच के आदेश सीबीआई को दिए थे, तो दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति को हटाकर फिर पुरानी शराब नीति लागू कर दी थी। जिससे घोटाले के आरोपों को बल मिला। शराब घोटाले में 15 आरोपी हैं। आरोपियों में मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने नंबर 1 पर रखा था।

नई दिल्ली। दिल्ली के कथित शराब घोटाले में 5 दिन की सीबीआई हिरासत में भेजे गए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किल कम होती नहीं दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने उनके कम्प्यूटर से डिलीट की गई फाइलें वापस हासिल की हैं। फोरेंसिक साइंस लैब की मदद से ये फाइलें हासिल हुई हैं। इन फाइलों के अलावा डिलीट किए गए कई चैट भी सीबीआई को मिल गए हैं। अब रिमांड के दौरान इन सबूतों और बाकी आरोपियों से आमने-सामने बिठाकर मनीष सिसोदिया से सीबीआई पूछताछ जारी रखेगी। सूत्रों के मुताबिक जो फाइल और चैट हासिल हुए हैं, उनसे इस घोटाले में जांच एजेंसी को आरोपियों के खिलाफ काफी कुछ मिल सकता है।

cbi and manish sisodia

ईवेंट मैनेजमेंट कंपनी के सीईओ विजय नायर की वजह से भी मनीष सिसोदिया की मुश्किल में इजाफा हुआ है। सीबीआई के मुताबिक विजय नायर के जरिए ही शराब कारोबारियों से धन हासिल किया गया और घोटाले को अंजाम तक पहुंचाने का काम आरोपियों ने किया। इस मामले में एक और किरदार समीर महेंद्रू भी है। सीबीआई के मुताबिक महेंद्रू, नायर और मनीष सिसोदिया के बीच 2 से 4 करोड़ रुपए का नकद लेन-देन हुआ। ऐसे में विजय नायर, महेंद्रू और सिसोदिया को आमने-सामने बिठाकर इस बारे में सवाल पूछने की तैयारी है।

manish sisodia

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में 15 आरोपी हैं। आरोपियों की लिस्ट में मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने नंबर 1 पर रखा था। इस घोटाले से दिल्ली सरकार को सैकड़ों करोड़ की चपत लगाने और शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने का आरोप सीबीआई ने लगाया है। खास बात ये है कि दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने जब मामले की जांच के आदेश सीबीआई को दिए थे, तो दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति को हटाकर फिर पुरानी शराब नीति लागू कर दी थी। जिससे घोटाले के आरोपों को बल मिला था।