
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में टेलर का काम करने वाले कन्हैयालाल की हत्या के मामले में ताजा खुलासा हुआ है। एनआईए सूत्रों के हवाले से पता चला है कि हत्या से पहले रियाज अतारी और मोहम्मद गौस लगातार पाकिस्तान से संपर्क बनाए हुए थे। दोनों पाकिस्तान के 18 फोन नंबर पर बात कर रहे थे। इन 18 नंबरों से यूपी, राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, बिहार, केरल और महाराष्ट्र के 300 नंबर भी जुड़े हैं। ये 18 नंबर पाकिस्तान के संगठन दावत-ए-इस्लामी के बताए जा रहे हैं। ताजा जानकारी सामने आने के बाद संबंधित राज्यों की पुलिस को एनआईए ने सतर्क किया है। ऐसे में जांच का दायरा और बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। आशंका इसकी है कि ये 300 लोग आतंकी हैं और हमले की फिराक में हैं।
एनआईए की हिरासत में कन्हैयालाल के हत्यारों रियाज अतारी और गौस से पूछताछ चल रही है। दोनों के फोन कॉल रिकॉर्ड से पता चला कि उनका पाकिस्तान से गहरा ताल्लुक है। अब एनआईए ये जानने की कोशिश कर रही है कि कन्हैयालाल की हत्या के लिए उन्हें किसने उकसाया था। साथ ही देश के तमाम राज्यों में फैले स्लीपर सेल्स के बारे में भी दोनों से पूछताछ हो रही है। खुफिया एजेंसी आईबी भी इस मामले में लगी है। इसकी वजह पाकिस्तान से उदयपुर हत्याकांड का जुड़ना है। एनआईए सूत्रों के मुताबिक यूपी समेत 9 राज्यों के 300 फोन नंबर का पाकिस्तान से कनेक्शन काफी गंभीर मामला है।
पहले ही जांच में सामने आ चुका है कि अजमेर दरगाह का खादिम गौहर चिश्ती भी पाकिस्तान के फोन नंबरों पर बात करता था। उसने भड़काऊ बयान भी दिया था और उसके बाद से फरार है। पुलिस और जांच एजेंसियां उसकी तलाश में रात-दिन एक कर रही हैं। एनआईए की जांच में ये खुलासा भी हुआ है कि उदयपुर में कन्हैयालाल और महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या का तरीका भी करीब-करीब एक जैसा रहा है। इस एंगल पर भी जांच हो रही है कि क्या दोनों ही हत्याओं में पाकिस्तान के संगठन का रोल है।