नई दिल्ली। इसलिए बड़े बुजुर्ग कह गए हैं कि पहले तोलो फिर बोले। अगर बिना तोले ही बोलते चले जाएंगे तो इसी तरह कभी पुलिस तो कभी कोर्ट के चक्कर काटने पड़ेंगे। जी हां…बिल्कुल सही समझ रहे हैं आप…हम यह भूमिका रचा रहे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि को लेकर जिन्होंने पहले तो अपनी छाती चौड़ी करके कह दिया कि सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसी बीमारियां हैं, जिनका हमें विरोध नहीं, बल्कि खत्म करना है। उधर, अब साहब के तेवर देखिए। मीडिया ने जब उनसे इस बेहुदा बयान के पीछे की वजह जानना चाही तो उन्होंने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं बोला है। मैं अपने बयान पर कायम हूं। जनाब कायम तो ऐसे हैं, जैसे कोई तीर मार कर आए हो।
खैर, अब उनके इस बेहुदे बयान के बाद चौतरफा बवाल मचा हुआ है। बीजेपी उनके खिलाफ मोर्चा खोल चुकी है, तो वहीं कांग्रेस ने उनका खुलेआम सपोर्ट किया है, लेकिन आपको बता दें कि बीजेपी के आईटी प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि उनके बयान के बाद नरसंहार का मुद्दा उठाया। उन्होंने तो परोक्ष रूप से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी लपेटे में लेकर पूछा कि क्या ऐसे चलाएंगे मोबब्बत की दुकान। ध्यान दें, एमके स्टालिन इंडिया गठबंधन में शामिल हैं। बीते दिनों वो महाराष्ट्र में हुई विपक्षी दलों की बैठक में भी शामिल हुए थे। ऐसे में अब उनके इस बयान के बाद बीजेपी इंडिया गठबंधन को भी लपेटे में ले रही है। जिसे लेकर सियासी रार छिड़ गई है।
Udhayanidhi Stalin’s ‘Sanatan Dharma’ remark: SC lawyer files complaint with Delhi Police, seeks lodging of FIR
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— ANI Digital (@ani_digital) September 3, 2023
वहीं, उदयनिधि के इस विवादित बयान के बाद दिल्ली पुलिस ने शिकायत दर्ज की है। बता दें कि पुलिस ने आईपीसी की धारा 120बी,153ए, 295, और 504 of और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। दरअसल, उनके खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता विजय जिंदल ने यह शिकायत दर्ज कराई है। वहीं, पुलिस के इस कदम पर अभी तक उदयनिधि की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसे में इस पूरे मामले में विधिक मोर्चे पर क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।