
नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा में आज एक बहुत ही दिलचस्प वाकया हुआ। शिवसेना यूबीटी के विधायक और नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे के विदाई कार्यक्रम में भाषण के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को महायुति सरकार और एनडीए में आने का खुला ऑफर दे दिया। फडणवीस ने मुस्कुराते हुए कहा, देखिए उद्धव जी, 2029 तक तो हमारा विपक्ष में आने का स्कोप नहीं है, लेकिन आपके पास इधर आने का विकल्प है। अगर आपको हमारे साथ आना हो तो विचार कीजिए, यह आप पर निर्भर है। सीएम ने यह भी कहा कि अम्बादास दानवे चाहे सत्ता पक्ष में हो या विपक्ष में उनके असली विचार हिंदुत्ववादी हैं।
फडणवीस जब यह बात कह रहे थे तो पूरे सदन में सभी सदस्य मुस्कुराते हुए उनकी बात सुन रहे थे। वहीं इस संबंध में जब शिवसेना यूबीटी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह हंसी-मजाक में कही हुई बात है और इसीलिए इसे हंसी-मजाक में ही लेना चाहिए। वहीं विधानसभा में उद्धव ठाकरे और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के बीच गहमा गहमी भी देखने को मिली। शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा कि जब अंबादास दानवे सदन में पहली बार चुनकर आए थे, तो उनका अभिनंदन प्रस्ताव मैंने ही पेश किया था और आज उनके विदाई समारोह में भी मैं बोल रहा हूं। अंबादास की प्रशंसा करते हुए शिंदे ने उद्धव पर कटाक्ष किया।
शिंदे बोले, अंबादास दानवे सोने का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए थे, वो एक बस चालक के बेटे हैं। वहीं उद्धव ने शिंदे पर पलटवार करते हुए बोले, अभी किसी ने कहा, अंबादास जन्म सोने के चम्मच के साथ नहीं हुआ, लेकिन अंबादास ने कभी अपनी थाली में छेद नहीं किया। सामने वाली थाली में कुछ अच्छा दिखा, इसलिए भी वो उधर नहीं गए। जबकि आजकल तो लोग पद की लालसा में कहीं भी छलांग लगा देते हैं। उद्धव ने कहा कि अंबादास दानवे का नाम सफल विपक्ष नेता के तौर पर लिया जाएगा।