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Adipurush Controversy: आदिपुरुष को लेकर जारी बवाल पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तोड़ी चुप्पी, जानें क्या कहा

Adipurush Controversy: नेपाल में  भी फिल्म पर बैन लगाने की मांग अपने चरम पर पहुंच चुकी है। दरअसल, फिल्म के सीन में मां सीता को भारत की बेटी बताया गया है, जिस  पर आपत्ति जताई गई है। दरअसल, मां सीता का जन्म जनकपुर में हुआ है, जो कि नेपाल में स्थित है, लेकिन फिल्म में मां सीता को भारत की बेटी कहकर संबोधित किया गया है, जिसे लेकर नेपाल  ने आपत्ति जताई है।

नई दिल्ली। ‘आदिपुरुष’ को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म में अशोभनीय संवादों व दृश्यों को देखने के बाद दर्शकों का आक्रोश चरम पर पहुंच चुका है। यह इसी आक्रोश का नतीजा है कि हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता से लेकर लखनऊ में हिंदू महासभा संगठन तक ने फिल्म पर बैन लगाने की मांग के साथ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसके अलावा दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है, जिसमें फिल्म पर रोक लगाने की मांग की गई है। उधर, फिल्म की हो रही चौतरफा आलोचनाओं के बीच अब मनोज मुंतशिर संवादों को बदलने पर सहमत हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर मेरे लिखे संवादों से राम भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचता है , तो मैं इसे बदलने के लिए तैयार हूं। हालांकि, इससे पहले उन्होंने कहा था कि जानबूझकर ऐसे संवाद लिखे गए, ताकि आज की पीढ़ी खुद को इससे जोड़ सकें।

उधऱ, नेपाल में भी फिल्म पर बैन लगाने की मांग अपने चरम पर पहुंच चुकी है। दरअसल, फिल्म के सीन में मां सीता को भारत की बेटी बताया गया है, जिस  पर आपत्ति जताई गई है। दरअसल, मां सीता का जन्म जनकपुर में हुआ था, जो कि नेपाल में स्थित है, लेकिन फिल्म में मां सीता को भारत की बेटी कहकर संबोधित किया गया है, जिसे लेकर नेपाल ने आपत्ति जताई है। नेपाल की ओर से स्पष्ट किया जा चुका है कि जब तक फिल्म के संवादों व दृश्यों में बदलाव नहीं किया जाएगा, तब तक यह रिलीज नहीं होगी। वहीं, आज फिल्म पर जारी बवाल पर केंद्रीय सूचना एवं  प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने  बयान दिया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

दरअसल, अनुराग ठाकुर ने कहा कि,’सीबीएफसी (सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन) जो भी निर्णय किया है, वो किया है, लेकिन  जिस तरह से इस फिल्म के कुछ संवादों व दृश्यों पर आपत्ति जताई जा रही है, लोगों की आस्था पर ठेस पहुंच रहा है, उसे ध्यान में रखते हुए फिल्म के निर्माता और निर्देेशक को इनमें कतिपय बदलाव करने के निर्देश दिए गए हैं। किसी को भी यह हक नहीं है कि वो किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाए। ध्यान दें कि यह पहली बार है कि जब अनुराग  ठाकुर ने इस पूरे विवाद पर वक्तव्य जारी किया है। इससे पहले कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने भी  फिल्म पर जारी विवाद को लेकर ट्ववीट किया था। इस ट्वीट में उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया था। इस तरह से आप समझ सकते हैं कि अब इस फिल्म पर सियासत भी शुरू हो चुकी है।