UP : पीएम मोदी से प्रभावित होकर यूपी के DIG राजेश पांडेय बने ‘पैडमैन’, सैनिटरी नैपकिन बनाने की लगवाई यूनिट
UP: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) काडर के आईपीएस राजेश पांडेय (IPS Rajesh Pandey) ने बरेली पुलिस लाइन में पैड बनाने की पहली फैक्ट्री लगवा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के भाषण में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए जरूरी सैनिटरी नैपकिन (Sanitary Napkin) की चर्चा की थी।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के भाषण में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए जरूरी सैनिटरी नैपकिन (Sanitary Napkin) की चर्चा की थी। जिससे उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) काडर के आईपीएस राजेश पांडेय (IPS Rajesh Pandey) इतना प्रेरित हुए कि उन्होंने बरेली पुलिस लाइन में पैड बनाने की पहली फैक्ट्री लगवा दी।
डीआईजी राजेश पांडेय ने मीडिया में बात करते हुए कहा कि, ”पुलिस लाइन में स्थापित यूनिट से एक घंटे में दो सौ पैड बन रहे हैं। एक पैड बनाने में 2.15 रुपये में खर्च आता है। ऐसे में सात पैड का एक पैकेट 15 रुपये में महिलाओं को मिल रहा है। आम जन भी परिवार की महिलाओं के लिए पुलिस कैंटीन से गुणवत्तायुक्त पैड खरीद सकते हैं। बरेली स्थित पुलिस मॉडर्न स्कूल में पढ़ने वालीं छह सौ लड़कियों के लिए भी इंडियन ऑयल कारपोरेशन से कहकर एक मॉडर्न टॉयलेट की भी व्यवस्था कराई गई।”
पीएम मोदी के भाषण से प्रेरित हुए डीआईजी
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से प्रेरित हुए बरेली के डीआईजी राजेश पांडेय ने बरेली पुलिस लाइन में सैनिटरी पैड यूनिट स्थापित करने की दिशा में काम शुरू किया। एक कमेटी भी उन्होंने बनाई। इस कमेटी ने दिल्ली, नोएडा और गुजरात में पैड निर्माण करने वालीं मशीनों की कीमत का सर्वे किया। करीब साढ़े चार लाख रुपये की सेमी ऑटोमैटिक मशीन को उपयुक्त पाया गया।
राजेश पांडेय की इस पहल से जुड़ते हुए इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने सीएसआर फंड से मशीन खरीदकर कर पुलिस लाइन में यूनिट स्थापित की। अब बरेली पुलिस लाइन में 19 अक्टूबर से प्रोडक्शन और पैकेटिंग का काम महिला सिपाहियों ने शुरू कर दिया है। हरियाणा से कच्चा माल मंगाया जाता है। पैकेटिंग के लिए किसी भी प्रकार की प्लास्टिक प्रयोग नही कया गया है।
दरअसल, पीएम मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर संबोधन में सैनिटरी नैपकिन के महत्व पर भी बात की थी। उन्होंने बताया था कि सरकार कैसे महिलाओं को यह सुविधा पहुंचा रही है। यह पहला मौका था, जब किसी प्रधानमंत्री ने लाल किले से महिलाओं के सैनिटरी नैपकिन पर चर्चा की थी।