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Maharashtra: महाराष्ट्र युवा कांग्रेस की बैठक में बवाल, दो गुटों के बीच छिड़ी जंग, एक दूसरे पर फेंकी कुर्सियां

दरअसल, महाराष्ट्र में कांग्रेस से कलह की खबर  सामने आई है। महाराष्ट्र कांग्रेस के युवा अध्यक्ष कुणाल नितिन राउत को हटाने की मांग को लेकर दो गुटों में विवाद शुरू हो गया। पहले तो यह विवाद जुबानी परिधि तक ही सीमित रहा, लेकिन बाद में हाथापाई तक की नौबत आ गई।

नई दिल्ली। बीजेपी का विजयी रथ रोकने के लिए कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों में कुलबुलाहट मची हुई है। इसी दिशा में कांग्रेस की ओर से विपक्षी एकता की कवायद शुरू की जा चुकी है। इस कवायद के तहत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल विपक्षी दलों के विभिन्न नेताओं से मुलाकात कर मोदी सरकार के विरोध में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अब ये लोग माहौल बनाने में कितना सफल हुए हैं, ये तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा,  लेकिन कांग्रेस की मौजूदा स्थिति देखकर यह कहना मुनासिब नहीं रहेगा कि मोदी सरकार के विरोध में आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए माहौल बनाया जा सकेगा। अब इतना सबकुछ पढ़ने के बाद आप मन ही मन सोच रहे होंगे कि भला ऐसी भूमिकाएं क्यों बनाईं जा रही हैं। आखिर माजरा क्या है। जरा कुछ खुलकर बताएंगे। तो चलिए अब आगे हम आपको विस्तार से इसके बारे में बताते हैं।

BJP Congress

 

दरअसल, महाराष्ट्र में कांग्रेस से कलह की खबर सामने आई है। महाराष्ट्र कांग्रेस के युवा अध्यक्ष कुणाल नितिन राउत को हटाने की मांग को लेकर दो गुटों में विवाद शुरू हो गया। पहले तो यह विवाद जुबानी परिधि तक ही सीमित रहा, लेकिन बाद में हाथापाई तक की नौबत आ गई। दोनों विरोधी गुटों की तरफ से कुर्सियां फेंकी गईं। हालांकि, इस बीच बीच बचाव की भी कोशिशें की गईं, लेकिन बताया जा रहा है कि बीच बचाव में आए लोगों भी इस दौरान चोटें भी आईं। वहीं, माना जा रहा है कि कांग्रेस में जारी कलह के बाद बीजेपी हमलावर हो सकती है। हालांकि, अभी इस संदर्भ में बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।  ध्यान दें कि लोकसभा चुनाव के लिहाज से महाराष्ट्र किसी भी पार्टी के लिए अहम राज्य हो जाता है।

सियासी विश्लेेषकों की मानें तो इस बार लोकसभा चुनाव के लिहाज से महाराष्ट्र में द्विपक्षीय मुकाबला देखने को मिलेगा। दरअसल, जहां एक तरफ बीजेपी अकेली मोर्चे पर तैनात रहेगी, तो वहीं उद्धव ठाकरे की शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब देने की मुद्रा में नजर आएगी।