
नई दिल्ली। 8 मई से 10 मई 2025 तक पाकिस्तान की सेना के खिलाफ भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत सैन्य कार्रवाई की। इससे पाकिस्तान की सेना को इतना नुकसान हुआ कि वो घुटने पर आ गई और भारत से संघर्ष विराम की अपील की। इससे पहले जब पीएम नरेंद्र मोदी ने ये एलान किया था कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान में आतंकियों की बची खुची जमीन को मिट्टी में मिलाया जाएगा। साथ ही पीएम मोदी ने भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौते को भी स्थगित कर दिया। इससे बौखलाकर पाकिस्तान के नेता ये धमकी देने लगे थे कि अगर उनके देश के अस्तित्व को खतरा हुआ, तो भारत के खिलाफ परमाणु हथियार इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
अब अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान लगातार अपने परमाणु हथियारों को उन्नत करने के साथ ही उनकी तादाद भी बढ़ा रहा है। अमेरिका की इस खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के पास साल 2023 तक 170 परमाणु हथियार थे। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के इन परमाणु हथियारों में से 36 को मिराज-3, मिराज-5 और चीन से मिले जेएफ-17 विमानों से पाकिस्तान इस्तेमाल कर सकता है। जबकि, अपनी हत्फ, शाहीन, गौरी, नस्र, अबाबील और बाबर मिसाइलों से पाकिस्तान 126 परमाणु हथियार दाग सकता है। अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के पास समुद्र के भीतर से दागे जाने वाले 8 परमाणु हथियार हैं। हालांकि, पाकिस्तान के पास अभी ऐसी पनडुब्बी नहीं है, जिससे वो परमाणु हथियार दाग सके।
पाकिस्तान के पास भले ही परमाणु हथियार हों, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर में भारत से वो बुरी तरह पिटा। जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि भारत अब पाकिस्तान के न्यूक्लियर ब्लैकमेल को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। इसका मतलब साफ है कि अगर पाकिस्तान ने कभी भी भारत के खिलाफ परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने की कोशिश की, तो दुनिया के नक्शे से उसका वजूद भी पूरी तरह खत्म हो सकता है। ऐसे में सबको यही उम्मीद है कि पाकिस्तान की आतंक परस्त सेना और सरकार कभी भारत के खिलाफ परमाणु हथियार के इस्तेमाल के बारे में सोचेगी भी नहीं।