newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Uttar Pradesh: यूपी में 2 करोड़ ब्राह्मण वोट के लिए जारी जंग में अब भगवान परशुराम की एंट्री, बीजेपी विधायक बनवाएंगी मंदिर

Uttar Pradesh: फिलहाल यूपी के ब्राह्मण वोटरों को दूसरी पार्टियों से अलग करने में सफलता मिलने की गुंजाइश काफी है। देखना बस ये है कि परशुराम के मंदिर की टक्कर में बीएसपी और सपा ब्राह्मणों को लुभाने का कोई नया आइडिया लाते हैं या नहीं।

नई दिल्ली। यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले बीएसपी और सपा करीब 2 करोड़ ब्राह्मण वोट के लिए इस समुदाय का राग अलाप रही है। बीएसपी ने बीते दिनों कई जगह ब्राह्मण सम्मेलन किया। सपा ने ब्राह्मण नेताओं की एक कमेटी बना दी। बीजेपी ने ब्राह्मणों के बारे में अब तक कुछ नहीं कहा है, लेकिन उसकी एक महिला विधायक ने अपनी ओर से ब्राह्मणों के पुरोधा माने जाने वाले भगवान परशुराम की एंट्री करा दी है। खास बात है कि परशुराम, भगवान राम के भी आराध्य रहे हैं। बीजेपी की विधायक प्रतिभा शुक्ला और उनके पति और पूर्व सांसद अनिल शुक्ल ने लखनऊ में मीडिया से कहा कि वे कानपुर में भगवान परशुराम का मंदिर बनवाने जा रहे हैं। दोनों ने बताया कि मंदिर के अलावा भगवान परशुराम की 25 फुट ऊंची मूर्ति भी वे लगवाएंगे। मंदिर बनवाने में 10 करोड़ और मूर्ति बनवाने में 50 लाख रुपए लगेंगे। दोनों कामों के लिए श्री परशुराम ट्रस्ट बनाया गया है।


बीजेपी विधायक प्रतिभा ने कहा कि भगवान परशुराम का मंदिर ब्राह्मणों को राजनीतिक रूप से मजबूत बनाएगा। इसके लिए परशुराम के तप, धैर्य और पराक्रम को ब्राह्मणों को जीवन का हिस्सा बनाना होगा। उनके पति अनिल शुक्ल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बीजेपी का इस मंदिर या परशुराम की मूर्ति से कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी के विधायकों, सांसदों और ब्राह्मणों से चंदा लेकर मंदिर और मूर्ति बनवाई जाएगी।
प्रतिभा और अनिल ने बताया कि मंदिर परिसर काफी बड़ा होगा और वहां परशुराम वाटिका और अनुसंधान केंद्र भी होगा।

Parshuram Jayanti

अनुसंधान केंद्र में प्राचीन ज्ञान और ब्राह्मणों के कर्मकांड के बारे में शोध किए जाएंगे। कुल मिलाकर बीजेपी विधायक के इस प्रोजेक्ट से फिलहाल यूपी के ब्राह्मण वोटरों को दूसरी पार्टियों से अलग करने में सफलता मिलने की गुंजाइश काफी है। देखना बस ये है कि परशुराम के मंदिर की टक्कर में बीएसपी और सपा ब्राह्मणों को लुभाने का कोई नया आइडिया लाते हैं या नहीं।