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Corona Vaccine: PM मोदी, CM नीतीश के बाद अब उपराष्ट्रपति नायडू ने ली कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक

Covid-19 Vaccine: उपराष्ट्रपति नायडू ने अपने ट्वीट में आगे कहा, टीकाकरण के इस चरण के पात्र सभी नागरिकों से अपील करता हूं कोरोनावायरस के विरुद्ध अभियान में आगे बढ़कर शामिल हों और टीका लगवाएं।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी घोषणा की है कि उन्होंने चेन्नई के सरकारी अस्पताल में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली है। उपराष्ट्रपति ने एक ट्वीट में कहा, आज मैने चेन्नई के सरकारी मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली। अगली खुराक 28 दिन बाद लगाई जाएगी। 71 वर्षीय उपराष्ट्रपति ने घातक वायरस को हराने के लिए लोगों से बिना किसी झिझक के वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आने की अपील की। देश में अभी तक इस वायरस की चपेट में 1,11,12,241 लोग आ चुके हैं। अब तक 1,57,157 लोगों ने संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवाई है।नायडू ने अपने ट्वीट में आगे कहा, टीकाकरण के इस चरण के पात्र सभी नागरिकों से अपील करता हूं कोरोनावायरस के विरुद्ध अभियान में आगे बढ़कर शामिल हों और टीका लगवाएं।

उपराष्ट्रपति नायडू से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, मैंने आज एम्स में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली है। यह उल्लेखनीय है कि हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत बनाने के लिए बहुत तेजी से काम किया है। मैं वैक्सीन लेने के सभी पात्र व्यक्तियों से वैक्सीन लेने का अनुरोध करता हूं। आइए, हम मिलकर भारत को कोविड-19 से मुक्त बनाएं।

PM MODI

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली।

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली।

भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दुनिया में सबसे अधिक कोविड-19 मामले सामने आए हैं। देश में अब तक 1.2 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंट-लाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया गया है। देश अब हेल्थकेयर और फ्रंट-लाइन वर्कर्स से परे अपने टीकाकरण अभियान का विस्तार कर रहा है, जिसके तहत बुजुर्गों गंभीर बीमारियों से ग्रस्त अधेड़ उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है।

अब जिन्हें वैक्सीन दिए जाने की प्राथमिकता में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के साथ-साथ 45 साल से अधिक उम्र के वह लोग शामिल हैं, जिन्हें हृदय रोग या मधुमेह जैसी बीमारियां हैं, जिससे कोरोनावायरस संक्रमण के साथ अधिक जोखिम पैदा होता है। इन लोगों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में वैक्सीन दी जाएगी। इसके अलावा देश के 10 हजार से अधिक निजी अस्पतालों में भी वैक्सीन दी जाएंगी। सरकार ने वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 250 रुपये निर्धारित की है।