नई दिल्ली।मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई शर्मनाक हिंसा को भूला पाना किसी के लिए भी आसान नहीं हैं। मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, हालांकि अब मणिपुर हिंसा की पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला लिया है। पीड़िता की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई है। पीड़िता ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों के खिलाफ याचिका दायर की है। सुप्रीम कोर्ट भी मामले पर आज सुनवाई करेगा। केस की सुनवाई चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच ही करेगी। तो चलिए जानते हैं कि पीड़िता की मांग क्या है।
4 मई की हुई थी घटना
पीड़िता ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों के खिलाफ याचिका दायर की है। पीड़िता अपनी पहचान के प्रति भी सुरक्षा की मांग कर रही हैं। आज कोर्ट इस मामले पर सुनवाई करेगा। बता दें कि 4 मई की घटना से पूरा देश हिल गया था। इस दिन मैतेई और कुकी समाज के बीच झड़प के बाद दो महिलाओं को पुरुषों की भीड़ ने निर्वस्त्र घुमाया था। इतना ही नहीं महिलाओं के साथ गैंग रेप जैसी घिनौनी हरकत भी की गई थी। घटना का वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस घटना से एक दिन पहले यानी 3 मई को दोनों समुदाय के बीच हिंसा हुई थी। जिसके बाद इस गंदी हरकत को अंजाम दिया गया।
एफआईआर दर्ज होने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
मामले की एफआईआर भी दर्ज हुई थी लेकिन बाद में उसे दूसरे थाने में ट्रांसफर कर दिया और मामले पर कार्रवाई नहीं की गई। वीडियो वायरल होने के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकार हरकत में आई। पीएम मोदी ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया था और मामले में आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया था। विपक्ष ने भी मामले पर सरकार को घेरा था नौबत तो ये आई गई कि राज्य सरकार से इस्तीफा देने की मांग उठने लगीं।