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Yogi Adityanath Angry At Those Criticizing Mahakumbh : गिद्धों को लाश, सुअरों को गंदगी और आस्थावानों को पुण्य मिला…महाकुंभ की आलोचना करने वालों पर भड़के योगी आदित्यनाथ

Yogi Adityanath Angry At Those Criticizing Mahakumbh : विधानसभा में यूपी सीएम बोले, महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वह मिला, सबने अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा है। एक ही घाट पर सभी जाति के लोग साथ में डुबकी लगा रहे हैं, वहां न जाति का भेद है, न क्षेत्र का भेद है, न मत और मजहब का भेद है, न गरीब-अमीर का भेद है, इससे बड़ी एकात्मकता का संदेश और क्या हो सकता है। आखिर सनातन की सुंदरता समाजवादियों और वामपंथियों को कैसे नज़र आएगी।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज प्रदेश विधानसभा में बोलते हुए महाकुंभ की आलोचना करने वाले विपक्ष पर जमकर बरसे। योगी ने कहा, किसी ने सच कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वह मिला। गिद्धों को केवल लाश मिली, सुअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्थावानों को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं को साफ सुथरी व्यवस्था मिली, पर्यटकों को अव्यवस्था मिली, सद्भावना वाले लोगों को जाति रहित व्यवस्था मिली, भक्तों को भगवान मिले। मतलब सबने अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा है।

महाकुंभ में एक ही घाट पर सभी जाति के लोग साथ में डुबकी लगा रहे हैं, वहां न जाति का भेद है, न क्षेत्र का भेद है, न मत और मजहब का भेद है, न गरीब-अमीर का भेद है, इससे बड़ी एकात्मकता का संदेश और क्या हो सकता है। आखिर सनातन की सुंदरता समाजवादियों और वामपंथियों को कैसे नज़र आएगी। लेकिन इनके द्वारा लगातार किए जाने वाले प्रश्न इनकी नीयत को ही संदेह के दायरे में खड़ा करती है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को आपत्ति थी कि बीजेपी ने अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र और राज्यपाल के अभिभाषण में महाकुंभ को वैश्विक स्तर का आयोजन बनाने के लिए क्यों उल्लेख किया। वैश्विक आयोजन का मतलब है, दुनिया आए और देखे। जो महाकुम्भ में आ रहा है, वह अभिभूत होकर जा रहा है। महाकुंभ में अगर विश्वस्तरीय सुविधा न होती तो अब तक 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु उसका हिस्सा नहीं बनते। सीएम बोले, मैं भारत के हर महापुरुष को सम्मान देता हूं जिसने भारत में जन्म लिया है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा, किसी को भी महाकुंभ जाने से रोका नहीं गया। लेकिन जो भी दुर्भावना से कुंभ में जाएगा उसकी दुर्गति जरूर होगी। हमने समाजवादी पार्टी की तरह आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं किया। सपा सरकार की समय में सीएम के पास महाकुंभ आयोजन की समीक्षा का समय नहीं था, इन्होंने एक ‘गैर-सनातनी’ (आजम खान) को कुम्भ का प्रभारी बनाया था।