
नई दिल्ली। वक्फ बोर्ड का एक और कारनामा सामने आया है। अब वक्फ बोर्ड ने मध्य प्रदेश के एक गांव की तीन एकड़ जमीन को अपना बताते हुए उस पर दावा ठोका है। इतना ही नहीं जो ग्रामीण वहां पर पीढ़ियों से रहते चले आ रहे उनको 7 दिन में जगह खाली करने का नोटिस भी दिया है। नोटिस में साफ शब्दों में चेतावनी दी गई है कि अगर 7 दिन में जमीन खाली नहीं की तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वक्फ बोर्ड ने मंदिर की जमीन पर भी दावा किया है। यह मामला एमपी के रायसेन जिला मुख्यालय के पास स्थित मखनी गांव का है। परेशान ग्रामीणों ने कलेक्टर के पास पहुंचकर मदद की गुहार लगाई है।
मखनी गांव के लोगों का कहना है कि जिस जमीन को वक्फ बोर्ड अपनी जमीन बता रहा है वहां पर वो पीढ़ियों से रहते आ रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि खसरे में यह जमीन सरकारी है। परेशान ग्रामीणों ने कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा को इस पूरे मामले से अवगत कराया जिसके बाद कलेक्टर ने जांच की बात कही है। बड़ी बात यह है कि जिला प्रशासन को वक्फ बोर्ड द्वारा नोटिस जारी किए जाने की भनक तक नहीं लगी। वहीं कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि दोनों पक्षों को सुनकर इस मामले की पूरी जांच के बाद जो भी न्यायसंगत होगा उसके अनुरूप आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आपको बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब वक्फ बोर्ड ने किसी जमीन को अपना बताते हुए इस तरह का नोटिस जारी किया हो। इससे पहले कर्नाटक और तमिलनाडु में वक्फ बोर्ड के ऐसे कारनामे सामने आ चुके हैं। ऐसे ही एक इस मामले में कर्नाटक सरकार की काफी किरकिरी भी हुई थी। गौरतलब है कि वक्फ बोर्ड को मिले ऐसे ही अधिकारों पर लगाम के लिए केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड में संसोधन करने जा रही है जिसको लेकर तमाम मौलानाओं और इंडिया गठबंधन के दलों द्वारा विरोध किया जा रहा है।