
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पंचायती राज परिषद को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान जहां पीएम मोदी पूर्व की कांग्रेस सरकार की खामियां बता रहे थे, तो वहीं अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे, लेकिन इस बीच गिनाते-गिनाते वो इस कदर मशगूल हो गए कि जो उपलब्धि उनकी सरकार ने अब तक हासिल भी नहीं की है, उसकी शान में भी कसीदे पढ़ डाले। फिर क्या? लोकसभा चुनाव मुहाने पर दस्तक दे चुका है, तो ऐसे में विपक्षी खेमा तो वैसे ही बीजेपी वालों से खार खाए बैठा हुआ, तो विपक्षियों की निगरानी टीम ने पीएम मोदी से हुई इस चूक को पकड़ लिया और अब इसे जनता के बीच उनके झूठ के रूप में प्रचारित करके उन पर जोरदार हमला बोल रही है। इस पूरे मसले को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ चुकी है, तो आगे इसके बारे में कुछ भी बताए उससे पहले आइए जरा ये जान लेते हैं कि आखिर पीएम मोदी से ऐसी क्या चूक हो गई कि विपक्ष अब इसे उनके झूठ के रूप में प्रचार कर रही है।
झूठ बोलो ,बार बार झूठ बोलो बेशर्मी से झूठ बोलो !!!!#Darbhanga_AIIMS pic.twitter.com/8lnfTtkOKk
— Dr. Madan Mohan Jha (@DrMadanMohanJha) August 12, 2023
दरअसल, शनिवार को पंचायती राज परिषद को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करने के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कह दिया कि आम लोगों को सुलभ स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने क मकसद से असम के गुवाहाटी से लेकर पश्चिम बंगाल के कल्याणी तक। झारखंड के देवघर से लेकर बिहार के दरभंगा तक एम्स खोले गए हैं, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हो सकें, लेकिन कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि दरभंगा में कोई एम्स अब तक नहीं खोला गया है। विपक्षी दल पीएम मोदी पर जनता के बीच में झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं, जिस पर अब राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी पीएम मोदी पर जोरदार हमला बोला है।
तेजस्वी ने इस मसले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को भी आड़े हाथों लिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह कौन से अदृश्य विकास की राजनीति है कि जहाँ स्वास्थ्य मंत्रालय ने AIIMS के लिए अभी तक स्थल फाइनल किया ही नहीं है और आदरणीय प्रधानमंत्री जी कह रहे है वहाँ एम्स खोल दिया गया है? जिस काल अवधि का आप वर्णन कर रहे है उस वक़्त से लेकर पूर्व के कई वर्षों तक बिहार में BJP के ही स्वास्थ्य मंत्री रहे है। शायद आप उनकी असफलता को इंगित कर रहे है।
बिहार सरकार ने शोभन बाईपास जैसी बेहतर लोकेशन पर निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र को हस्तांतरित की है जिसमें मिट्टी भराई का 300 करोड़ अतिरिक्त व्यय भी राज्य सरकार वहन कर रही है। हम सकारात्मक एवं विकासोन्मुख राजनीति करते है इसलिए हमने दरभंगा सहित अन्य जिलों को इसका संपूर्ण लाभ मिले तभी सबसे उपयुक्त स्थल चयन किया है लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से केंद्र की अभी तक स्वीकृति नहीं मिली। आपको अवगत कराना चाहेंगे कि दरभंगा में ही 1946 से स्थापित #बिहार के प्रतिष्ठित दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बिहार सरकार (569+ 2546) कुल 3115 करोड़ के अपने खर्च से (400+2100) 2500 बेड का सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल, आधुनिक भवन एवं आवासीय परिसर का निर्माण करवा रही है क्योंकि हम नकारात्मक राजनीति नहीं बल्कि जनहित में गतिशील विकास कार्यों को प्राथमिकता देते है। धन्यवाद।
मा० स्वास्थ्य मंत्री जी,
यह कौन से अदृश्य विकास की राजनीति है कि जहाँ स्वास्थ्य मंत्रालय ने AIIMS के लिए अभी तक स्थल फाइनल किया ही नहीं है और आदरणीय प्रधानमंत्री जी कह रहे है वहाँ एम्स खोल दिया गया है?
जिस काल अवधि का आप वर्णन कर रहे है उस वक़्त से लेकर पूर्व के कई वर्षों तक… https://t.co/8T4cxlRM70
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 13, 2023
वहीं, तेजस्वी के इस ट्वीट के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि, ‘प्रिय तेजस्वी जी, मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है। हमारी नीयत साफ़ है। एम्स दरभंगा की अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर 2020 को दी थी और बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पहली ज़मीन दी।
प्रिय तेजस्वी जी,
मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है।
हमारी नीयत साफ़ है।
एम्स दरभंगा की अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर 2020 को दी थी और बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पहली ज़मीन दी। https://t.co/ESOxhfeDp6 pic.twitter.com/kH0PiucDml
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 12, 2023
उधर, अब इस पूरे मसले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्य़क्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी आमने सामने आ गए हैं। दरअलल, खरगे ने पीएम मोदी के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘लूट और जुमलों ने देश को किया अस्वस्थ, मोदी जी के हर शब्द में केवल झूठ ही कंठस्थ ! 🫵दावा किया कि बनायें हैं AIIMS कई सारे, 👎सच्चाई है कि डॉक्टर-स्टाफ़ की भारी कमी से जूझे AIIMS हमारे ! मोदी जी, कोरोना महामारी में उदासीनता से लेकर, आयुष्मान भारत में घपलेबाजी तक … आपकी सरकार ने देश के स्वास्थ्य सिस्टम को बीमार बनाया है। जनता जाग चुकी है, आपका छल-कपट पहचान चुकी है, आपकी सरकार की विदाई की घड़ी आ चुकी है !!
लूट और जुमलों ने देश को किया अस्वस्थ,
मोदी जी के हर शब्द में केवल झूठ ही कंठस्थ !
🫵दावा किया कि बनायें हैं AIIMS कई सारे,
👎सच्चाई है कि डॉक्टर-स्टाफ़ की भारी कमी से जूझे AIIMS हमारे !
मोदी जी,
कोरोना महामारी में उदासीनता से लेकर, आयुष्मान भारत में घपलेबाजी तक …
आपकी… pic.twitter.com/TsMxREIwW2
— Mallikarjun Kharge (@kharge) August 13, 2023
खरगे के इस ट्वीट के जवाब में मनसुख मंडाविया ने कहा कि, ‘आदरणीय खड़गे जी, हमारी नीयत नेक, और इरादे साफ़ है..!! आशा रखता हूँ कि आप वास्तविकता को समझेंगे। कांग्रेस के 50 साल के शासन में एक एम्स खुला। वाजपेयी जी के समय में 6 एम्स और मोदी जी के समय में 15 नये एम्स खुल रहे है।
आदरणीय खड़गे जी,
हमारी नीयत नेक, और इरादे साफ़ है..!!
आशा रखता हूँ कि आप वास्तविकता को समझेंगे। कांग्रेस के 50 साल के शासन में एक एम्स खुला।
वाजपेयी जी के समय में 6 एम्स और मोदी जी के समय में 15 नये एम्स खुल रहे है। https://t.co/4ytj0szFyn
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 13, 2023
तो इस तरह से आप देख सकते हैं कि किस तरह से एम्स को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ चुका है। इसे लेकर सूबे का सियासी पारा भी अपने चरम पर पहुंच चुका है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम