
नई दिल्ली। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन रहेगा या नहीं इसको लेकर फिलहाल तो कुछ कहा नहीं जा सकता मगर इतना जरूर है कि दोनों पार्टी के नेता सीट बंटवारे को लेकर एक दूसरे पर अभी से भड़क रहे हैं। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ सीट बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर कहा, हम कोई भिखारी हैं जो समाजवादी पार्टी से भीख मांगेंगे, उन्होंने यह भी कहा, हम बूथ स्तर पर अपने संगठन को मजबूत करने में लगे हुए हैं। हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं की महत्वाकांक्षाएं हैं, हम उनकी इच्छाओं को दबा नहीं सकते। गठबंधन कैसे काम करेगा, यह पार्टी का फैसला है लेकिन मैं अपने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए लड़ूंगा। लोकसभा चुनाव में जो फॉर्मूला था, निश्चित रूप से वैसा नहीं होगा। हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे। हमारे पास नेताओं की कमी नहीं है।
#WATCH | Delhi: “…Hum koi bhikhari hai jo Samajwadi Party se bheekh mangenge?…” says Congress MP Imran Masood on being asked about seat sharing with Samajwadi Party in UP Assembly polls 2027
He also says “We are engaged in strengthening our organisation at the booth level,… pic.twitter.com/UHGyqfmr8t
— ANI (@ANI) May 27, 2025
जब उनसे पूछा गया कि क्या इस बार गठबंधन में कांग्रेस कम सीटों पर समझौता करेगी, तो कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, यह ज़्यादा या कम सीटों का सवाल नहीं है। फैसला पार्टी को करना है और जो भी फैसला होगा, वह अंतिम होगा। हमारा ध्यान अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को चुनाव के लिए तैयार करने पर है। यह नैरेटिव बनाने की लगातार कोशिश की जा रही है कि कांग्रेस के पास समर्पित कार्यकर्ताओं की कमी है, जो सच नहीं है।
Delhi: When asked whether Congress would settle for fewer seats in the alliance this time, Congress MP Imran Masood says, “It’s not about more or fewer seats. The decision lies with the party, and whatever it decides will be final. Our focus is on preparing our workers and… pic.twitter.com/KO1cnd96sZ
— IANS (@ians_india) May 27, 2025
इमरान मसूद का बयान ऐसे समय पर आया है जब हाल ही में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा था। आईपी सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी के रहते कांग्रेस 2050 तक केंद्र में सरकार नहीं बना पाएगी। सपा की मदद से ही सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद बनती रहीं। कांग्रेस अपनी हैसियत भूल गई है।