Pakistan: ‘हम कुत्तों की तरह लड़ते हैं तभी आजतक कश्मीर.. पाकिस्तानी सूफी संत ने क्यों अपने ही लोगों को लगाई फटकार

Pakistan: सूफी संत सुलेमान मिस्बाही ने एक कार्यक्रम के दौरान किसी घटना का जिक्र करते हुए इस्लाम धर्म को मानने वालों पर ही सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि बेशर्मों की तरह कुछ लोग मस्जिदों में ही लड़ने लग जाते हैं। अगर आप लोगों को लड़ने और झगड़ने का इतना ही ज्यादा शौक चढ़ा है तो कश्मीर बॉर्डर पर जाकर क्यों नहीं लड़ते ?

Avatar Written by: May 14, 2023 11:51 am

नई दिल्ली। आर्थिक कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई चीफ इमरान खान की गिरफ्तारी और रिहाई के बीच बवाल तो मचा ही हुआ है, लेकिन इसके साथ ही अब शाहबाज़ शरीफ की सरकार पर भी गंभीर सवाल देशभर में खड़े किए जा रहे हैं। इसके साथ ही कश्मीर के मुद्दे को लेकर अक्सर पाकिस्तानी सरकार अनर्गल बयानबाजी करती रहती है। ये मुद्दा दोनों सरकारों के बीच हमेशा गंभीर रहा है। पाकिस्तान हर संभव मंचों पर कश्मीर राग अलापने से बाज नहीं आता है। इन सबके बीच पाकिस्तान के एक सूफी संत सुलेमान मिस्बाही ने अपने ही देश के रहने वालों पर सवाल खड़े किए उन्होंने कहा कि हमारे देश के लोग आपस में ही कुत्ते की तरह लड़ते रहते है। इस तरह से लड़ते रहते तो पाकिस्तान के हाथ कश्मीर कभी नहीं लगेगा।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि पाकिस्तान में प्रमुख सूफी संतों में शुमार सुलेमान मिस्बाही ने एक वीडियो में कार्यक्रम के दौरान कहा कि हमने आज तक जितना आपस में मिलकर किया है, उसे अच्छा तो हम पर छत आकर गिर जाए। हमलोग इस तरह से लड़ रहे हैं, जैसे आपस में कुत्ते लड़ते हैं। किसी को हया नहीं है कि हम कहां खड़े हैं क्या कर रहे हैं, हम किसके मकसद की पूर्ति कर रहे हैं ये कोई नहीं सोचता।

गौर करने वाली बात ये है कि पाकिस्तानी सूफी संत सुलेमान मिस्बाही ने एक कार्यक्रम के दौरान किसी घटना का जिक्र करते हुए इस्लाम धर्म को मानने वालों पर ही सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि बेशर्मों की तरह कुछ लोग मस्जिदों में ही लड़ने लग जाते हैं। अगर आप लोगों को लड़ने और झगड़ने का इतना ही ज्यादा शौक चढ़ा है तो कश्मीर बॉर्डर पर जाकर क्यों नहीं लड़ते ? लेकिन नहीं इन सभी को तो अपने ही लोगों के साथ आपस में लड़ना है, झगड़ना है। अगर आप लोग ऐसा नहीं करते और मिलकर चलते तो कब का हमने कश्मीर आजाद करा लिया होता।