
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अलग ही अंदाज में नजर आए। बिहार के पूर्व के हालातों का जिक्र करते हुए जब नीतीश तत्कालीन आरजेडी सरकार पर निशाना साध रहे थे तभी नेता विपक्ष तेजस्वी यादव खड़े होकर सीएम की बात काटने लगे। इस पर मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव से दो टूक शब्दों में कहा, तुम्हारे पिता को हम ही बनाए थे, यहां तक कि तुम्हारी जाति के लोग भी मुझसे पूछ रहे थे कि मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं, लेकिन मैंने फिर भी उनका समर्थन किया। नीतीश ने तेजस्वी से कहा, तुम कुछ नहीं जानते हो।
#WATCH | During a verbal exchange with RJD MLA Tejashwi Yadav in the House, Bihar CM Nitish Kumar says, “What was there in Bihar earlier? It was me who made your (Tejashwi Yadav) father what he became. Even the people from your caste were asking me why I was doing this, but I… pic.twitter.com/Tgl2i7hO8a
— ANI (@ANI) March 4, 2025
मुख्यमंत्री बोले, पहले राज्य में क्या था। समाज में बहुत विवाद होता था, हिंदू-मुस्लिम के बीच बहुत लड़ाई होती थी। पढ़ाई और बिजली की स्थिति बहुत खराब थी। पहले इलाज का इंतजाम नहीं था, स्वास्थ्य सुविधाओं का रोना था मगर जब हम लोग सरकार में आए तब हमने इन सब पर काम किया। अब राज्य में डर और भय का वातावरण नहीं है। उधर, बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, आज तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव का गुणगान और बखान कर रहे थे। लेकिन अपने पिता के चेहरे को चुनाव के पोस्टर बैनर पर लगाने में हिचकिचाते हैं।
#WATCH पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “आज तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव का गुणगान कर रहे थे… भाजपा के जितने बड़े लीडर हैं, वे परिवारवाद से नहीं हैं… भाजपा हमेशा परिवारवाद से दूर रही है… यह व्यक्ति सनातन विरोधी है। तेजस्वी यादव सनातन के संस्कार और… pic.twitter.com/8PNmZ9mdv3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 4, 2025
सिन्हा ने कहा, लालू राज के दौरान जंगलराज, हत्या, लूट और अपहरण उद्योग की जनता को याद ना आए इसलिए लालू और राबड़ी के चेहरे को छुपा रहे हैं। बीजेपी के जितने बड़े लीडर हैं, वे परिवारवाद से नहीं आए हैं। बीजेपी हमेशा परिवारवाद से दूर रही है। तेजस्वी यादव को उन्होंने सनातन विरोधी बताते हुए कहा वो सनातन के संस्कार और संस्कृति से दूर चले गए हैं, इसीलिए उनको मेरे टीके से समस्या है तभी मैंने उनको कहा कि टोपी पहन लीजिए। ढोंग और आडम्बर का सत्य भी लोग देख लें।