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Uma Bharti : उमा भारती की क्या है प्राथमिकता, क्यों मांगी दो साल की पूर्ण स्वतंत्रता?

Uma Bharti : उमा भारती ने कहा कि अगर मैं लोकसभा चुनाव लडूंगी तो मेरे निर्वाचन क्षेत्र की जिम्मेदारी और गंगा नदी के लिए काम एक साथ नहीं किया जा सकता।

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेत्री उमा भारती ने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी क्योंकि गंगा की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पहले मैंने घोषणा की थी कि मैं चुनावी मैदान में उतरूंगी लेकिन अब मेरे लिए गंगा नदी से बढ़कर कुछ भी मायने नहीं रखता।
उमा भारती ने बताया कि उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व से निवेदन किया था कि ‘वे निर्वाचन क्षेत्र की जिम्मेदारी और गंगा नदी के लिए काम एक साथ नहीं कर सकतीं। इसलिए उन्हें दो साल का समय दिया जाए।’ उमा भारती ने कहा कि अगर मैं लोकसभा चुनाव लडूंगी तो मेरे निर्वाचन क्षेत्र की जिम्मेदारी और गंगा नदी के लिए काम एक साथ नहीं किया जा सकता। मुझे गंगा से जुड़े कामों को पूरा करने के लिए पूरी आजादी से दो साल का समय चाहिए। गंगा को लेकर जाति, समुदाय या राजनीतिक दलों को लेकर कोई विवाद नहीं है। पूरी योजना तैयार है, सभी अनुमतियां मिल चुकी हैं।

उमा भारती बोलीं, पीएम नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है। हम चाहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव में 400 से ज्यादा सीटें मिलें। उमा ने कहा कि पीएम मोदी भी मिशन गंगा के लिए प्रतिबद्ध हैं। जरूरत पड़ी तो मैं चुनाव प्रचार में हिस्सा लूंगी, लेकिन चुनाव नहीं लड़ूंगी। उमा भारती ने भोपाल में कहा कहा कि मैं 22 जनवरी के बाद दो माला लेकर गंगा किनारे उन्नाव में आई और मैंने गंगा जी को माला अर्पित की। मैंने उनको कहा कि आपका कार्य मैं दो साल में संपूर्ण कराकर रहूंगी। उसके बाद मैं संगठन मंत्री जी से भी मिली। मैंने उनको बोला कि आपको मेरी जरूरत पड़ेगी तो मैं चुनाव प्रचार करूंगी।