
नई दिल्ली। यूपी विधानसभा में का बजट सत्र जारी है। बीते दिन गुरुवार को योगी सरकार 2.0 का पहला बजट पेश हुआ। इस बजट सत्र के पहले दिन कई बड़े ऐलान हुए तो वहीं एक ऐसी घटना भी घटी जिसका चर्चाएं अब चारों ओर हो रही है। दरअसल, हुआ कुछ यूं था कि विधान परिषद में योगी सरकार के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद (Sanjay Nishad) फूट-फूट कर रोने लगते हैं। रोते-रोते 7 साल पुराने मामले में सीएम योगी से मांग भी कर देते हैं।
संजय निषाद जिस पुराने मामले को लेकर विधान परिषद में फूट-फूट कर रोने लगते हैं वो समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) सरकार के दौरान घटी थी। इस घटना में अपने भाई हत्या और उसके बाद खुद को जेल में डाल दिए जाने के पूरे घटनाक्रम तो याद करके ही यूपी विधान परिषद में निषाद रोने लगते हैं।
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— India News UP/UK (@IndiaNewsUP_UK) May 27, 2022
7 जून 2015 में सपा सरकार के दौरान घटी इस घटना में याद करते हुए मंत्री ने कहा, “तब मेरे कार्यकर्ताओं पर गोली चलाई गई। जिसमें मेरे भाई की हत्या हो गई और मुझे 302 का बंदी बनाकर बेवजह जेल में रखा गया। तब सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरी सुध ली और हमारी जातियों के विकास के लिए सुध ली।” सपा सरकार को निशाने पर लेते हुए संजय निषाद ने कहा कि ऐसे लोगों को न तो देश में रहने का अधिकार है और न ही प्रदेश की राजनीति में। हमें उस वक्त काफी प्रताड़ित किया गया। मैं कैसे यहां जिंदा खड़ा हूं केवल मैं जानता हूं।
सीएम योगी से की ये मांग
7 साल पुराने मामले में सीएम योगी से मांग करते हुए संजय निषाद कहते हैं, “मेरे साथी भी जेल में थे तो कोर्ट ने माना की गोली पुलिस ने चलाई थी। मैं चाहता हूं कि इस घटना की जांच हो और सारे लोगों को न्याय दिलाया जाए। मैं धन्यवाद दूंगा सीएम योगी को जो हमारे समाज के लिए आगे आए है।” संजय निषाद विधान परिषद में सात साल पुरानी इस घटना की सरकार से जांच की मांग की और फर्जी मुकदमों में फसाये गए निषाद पार्टी कार्यकर्ताओं से मुकदमों हटाने की भी अपील की।