Who Is Jagdeep Dhankhar: IIT, NDA और IAS में हुआ सलेक्शन, जानिए फिर नेतागीरी में कैसे आए उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड़

जगदीप धनखड़ पुराने राजनेता हैं। वो जनता दल के साथ सबसे पहले सियासत में आए थे। फिर कांग्रेस में भी रहे। कांग्रेस से मोह टूटा तो बीजेपी में आए। जिंदगी के तमाम झंझावात झेलने वाले जगदीप धनखड़ ने लेकिन हार नहीं मानी। वो जूझते हुए देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद पर पहुंचने जा रहे हैं।

Avatar Written by: August 6, 2022 9:45 am
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नई दिल्ली। आज उप राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो रहे हैं। इस चुनाव में एनडीए की तरफ से पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर जगदीप धनखड़ मैदान में हैं। आंकड़ों के लिहाज से धनखड़ का चुनाव जीतना तय माना जा रहा है। उनके खिलाफ विपक्ष की तरफ से मारग्रेट अल्वा मैदान में हैं। तो आज आपको कुछ प्वॉइंट्स में जगदीप धनखड़ के बारे में बताते हैं…

-जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझनू के किठाना में हुआ था।

-उनके पिता का नाम गोकल चंद और माता का नाम केसरी देवी है।

-जगदीप धनखड़ चार भाई और बहनों में दूसरे नंबर पर हैं।

-किठाना के ही सरकारी स्कूल में उन्होंने 5वीं तक पढ़ाई की।

-गरधाना के सरकारी स्कूल और चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल में भी जगदीप धनखड़ पढ़े।

-बीएससी करने के बाद उन्होंने लॉ में डिग्री ली।

jagdeep dhankhar

-आईआईटी, एनडीए और आईएएस में जगदीप धनखड़ का सेलेक्शन हुआ, लेकिन वो वहां नहीं गए।

-राजस्थान हाईकोर्ट से वकालत शुरू की। स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन भी रहे।

-साल 1979 में उनकी सुदेश धनखड़ से शादी हुई।

-1994 में 14 साल के बेटे दीपक का अचानक निधन हो गया।

-धनखड़ के परिवार में अब बेटी कामना हैं।

-जगदीप धनखड़ 1989 में जनता दल के टिकट पर झुंझनू से पहली बार सांसद बने।

-1991 तक वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकारों में वो मंत्री भी रहे।

Jagdeep Dhankhar and PM modi

-1991 में जनता दल छोड़कर कांग्रेस में चले गए। अजमेर से 1993 में कांग्रेस विधायक बने।

-साल 2003 में कांग्रेस छोड़कर वो बीजेपी में शामिल हो गए।

-2019 में जगदीप धनखड़ को पश्चिम बंगाल का गवर्नर बनाया गया था।

-पश्चिम बंगाल का गवर्नर रहते राज्य की सीएम ममता बनर्जी से उनकी काफी खटपट भी हुई।