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PM Modi: रूस या यूक्रेन में से किसे सपोर्ट करेंगे आप? जानें, इस सवाल पर क्या बोले पीएम मोदी

रुस का जिक्र कर पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि मेरी पुतिन एक या दो बार नहीं, बल्कि कई मर्तबा बात हो चुकी है। दोनों देशों के बीच किसी भी प्रकार का विवाद नहीं है। मेरी उनसे इस बीच कई मर्तबा मुलकात हो चुके हैं। ध्यान दें कि जी -7 सम्मेलन में पीएम मोदी की पुतिन से मुलाकात हुई थी।

नई दिल्ली। ‘रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर आपका क्या ख्याल है?’ यह पहली बार नहीं है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़े तीखे सवालों का सामना करना पड़ा है, बल्कि इससे पहले भी उन्हें कई मौकों पर इस तरह के सवालों से होकर गुजरना पड़ा है। वहीं, अब जब वो आगामी 21 से 24 जून तक अमेरिका दौरे पर जा रहे हैं, तो वॉल स्ट्रीट जनरल ने उनका इंटरव्यू लिया। सूत्रों की मानें तो पहला सवाल प्रधानमंत्री से यही किया गया था कि वो रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या सोचते हैं? इस पर उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वो शांति के पक्ष में हैं। पीएम मोदी ने अपने इस बयान से वैश्विक मंच पर उन सभी लोगों की बोलती बंद कर दी, जो कि प्रधानमंत्री पर रूस के प्रति ज्यादा झुकाव होने का आरोप लगा रहे हैं। ध्यान रहे कि इससे पहले केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद से भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर आपत्ति जताई थी। तब विदेश में बिना किसी लागलपेट के दो टूक कह दिया था कि वो तेल के अभाव में अपने देशवासियों को मुश्किल नहीं डाल सकते हैं। बता दें कि इस बार जिस तरह से पीएम मोदी ने उक्त प्रश्न पर प्रतिक्रिया दी है, उससे अवगत होने के बाद सभी लोग एक पल के लिए अचंभित हो गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग हम पर तटस्थ नहीं होने के आरोप लगा रहे हैं और मैं यह कहना चाहूंगा कि वो बिल्कुल सही कह रहे हैं, क्योंकि हम तटस्थ नहीं हैं। हम इस पूरे मामले में शांति के पक्ष में हैं।

वहीं, भारत के इस रुख पर अमेरिका क्या सोचता है, इस बारे में जब पीएम मोदी से सवाल किया गया, तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका में इस तरह के व्यापक अवधारणा है कि वहां इस बारे में लोग क्या सोचते हैं। भारत की स्थिति से पूरी दुनिया भलीभांति अवगत है। भारत की छवि विश्व फलक पर साफ-सुथरी है। जिसमें किसी भी प्रकार का दाग नहीं है। तो मुझे बिल्कुल भी नहीं लगता है कि इस पूरे मसले को लेकर दोनों देशों के बीच किसी भी प्रकार का विवाद पैदा होगा। पीएम मोदी ने दो टूक कहा कि सभी अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने के प्रति बाध्य हैं। माना जा रहा है कि उन्होंने ऐसा कहकर पाकिस्तान को निशाने पर लिया है, क्योंकि पाकिस्तान ही वो मुल्क है, जो कि लगातार अंतरराष्ट्रीय कानून को ताक पर रखते हुए भारत को निशाने पर लेने की कोशिश करता है, लेकिन अफसोस उसकी हर कोशिश नाकाम ही साबित होती है।

उधर, रुस का जिक्र कर पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि मेरी पुतिन एक या दो बार नहीं, बल्कि कई मर्तबा बात हो चुकी है। दोनों देशों के बीच किसी भी प्रकार का विवाद नहीं है। मेरी उनसे मुलकात भी हो चुकी है। ध्यान दें कि जी -7 सम्मेलन में पीएम मोदी की पुतिन से मुलाकात हुई थी। हालांकि, उस वक्त इन गंभीर मसलों पर वार्ता की स्थिति पैदा नहीं हुई थी। वहीं, अब जब पीएम मोदी चार दिवसीय दौरे परअमेरिका जा रहे हैं, तो उनकी जो बाइडन से किन-किन मुद्दों पर वार्ता होती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। ध्यान दें कि वैसे तो पीएम मोदी अपने कार्यकाल के दौरान कई बार अमेरिकी दौरे पर जा चुके हैं, लेकिन यह उनका पहला राजकीय दौरा है। पीएम मोदी अमेरिका के बाद मिस्र जाएंगे।