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Negligence Revealed In Dibrugarh Express Accident : गोंडा में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस क्यों हुई डिरेल? ज्वाइंट रिपोर्ट में पता चली वजह, बड़ी लापरवाही उजागर

Negligence Revealed In Dibrugarh Express Accident : घटना की जांच संबंधी ज्वाइंट रिपोर्ट में यह बताया गया है कि जिस जगह दुर्घटना हुई, वहां ट्रैक में कुछ गड़बड़ी थी। जब तक स्टेशन मास्टर को कॉशन आर्डर मिला ट्रेन वहां पहुंच चुकी थी, जहां ट्रैक में खराबी थी और यह हादसा हो गया।

नई दिल्ली। गोंडा में दो दिन पहले गुरुवार को चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने के मामले में एक बड़ी जानकारी सामने आई है। टीवी9 चैनल के मुताबिक रेलवे ट्रैक में गड़बड़ी और लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ था। घटना की जांच संबंधी ज्वाइंट रिपोर्ट में यह बताया गया है कि जिस जगह दुर्घटना हुई, वहां ट्रैक में कुछ गड़बड़ी थी। ज्वाइंट रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्रैक का रखरखाव करने वाले कर्मचारियों ने इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को इस संबंध में जानकारी दी थी।

रेलवे के अनुसार जब भी ट्रैक में खराबी होती है तो सबसे पहले वहां से गुजरने वाली ट्रेनों के लिए कॉशन जारी किया जाता है। कॉशन के मुताबिक नियमों को ध्यान में रखते हुए प्रभावित जगह पर धीमी गति से ट्रेन का संचालन किया जाता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर यह ट्रेन गोंडा स्टेशन से निकली जबकि 2 बजकर 30 पर स्टेशन मास्टर को कॉशन आर्डर जारी हुआ। इस ऑर्डर के मुताबिक ट्रेन की स्पीड 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा नहीं रखनी थी। मगर जब तक स्टेशन मास्टर को कॉशन आर्डर मिला ट्रेन वहां पहुंच चुकी थी, जहां ट्रैक में खराबी थी और 2 बजकर 32 मिनट पर ट्रेन पटरी से उतर गई।

अब इसमें लापरवाही की बात यह सामने कि जब किसी ट्रैक में खराबी आ जाती है तो जब तक कॉशन लागू नहीं हो जाता तब तक उसे पूरे ट्रैक को प्रिजर्व करने का काम इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट का होता है। आपको बता दें कि इस दुर्घटना में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के 22 में से 19 डिब्बे पटरी से उतर कर पलट गए थे। इस हादसे में चार लोगों की जान चली गई जबकि 30 अन्य लोग घायल हो गए, हालांकि नई तकनीकी वाले एलएचबी कोच होने की वजह से जान माल का कम नुकसान हुआ अन्यथा मरने वालों की संख्या बढ़ सकती थी।