Narendra Modi: पीएम नरेंद्र मोदी ने क्यों कहा, मुझे तो वाराणसी में कोई मोमोज खिलाता ही नहीं
Narendra Modi: वाराणसी (Varanasi) में मोमोज और कॉफी बेचने वाले अरविंद मौर्या से पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा मुझे मोमोज बहुत पसंद है पर मुझे तो वाराणसी में कोई खिलाता ही नहीं। अरविंद ने बताया कि उनका स्वीगी से करार है।
लखनऊ। मंगलवार को आयोजित पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने तीन पटरी व्यवसाइयों से वर्चुअल संवाद भी किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने इन को प्रणाम करने के साथ यह भी पूछा कि क्या काम करते हैं? ऋण लेने में कोई दिक्कत तो नहीं हुई? सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ मिलता है कि नहीं? घर में और कौन-कौन लोग हैं और लॉकडाउन के दौरान घर-परिवार को कैसे संभाला। साथ ही इनसे अपील की कि बच्चों को खूब पढ़ाएं। कोरोना के प्रोटोकॉल का अनुपालन करें। डिजिटल लेन-देन का लाभ उठाएं। आपकी कमाई बढ़ें। ठेले की जगह बड़ी दुकान हो और आपका उत्पाद खुद में ब्रांड हो। मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
आप उंगली पकड़े हो तो हमें किस बात की फिक्र: प्रीती
आगरा की प्रीति जी ने बताया कि स्वनिधि योजना से उनके परिवार को बड़ा सहारा मिला। #AatmaNirbharVendor pic.twitter.com/sCpScZ6zI4
— Narendra Modi (@narendramodi) October 27, 2020
आगरा की प्रीती ने कहा आप उंगली पकड़े हैं तो हमें किस बात की फिक्र। यह मदद हमारे लिए डूबते को तिनके के सहारा जैसा है। ऋण लेने में कोई दिक्कत नहीं हुई। फार्म भरा और पैसा खाते में आ गया। पहले सब्जी बेचते थे। अब फल का ठेला लगाते हैं। नवरात्रि के नाते कारोबार भी अच्छा रहा। पेमेंट पेटीएम से लेती हूं। पेमेंट पाने की आवाज सुनकर कन्फर्म हो लेती हूं। लॉकडाउन के दौरान हमें भरण-पोषण भत्ते से लेकर राशन और बने बनाए भोजन तक की सारी मदद मिली। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपने पति राधेश्याम की बीमारी का जिक्र करते हुए मदद भी मांगी। प्रधानमंत्री ने कहा सरकार के अफसर इसके लिए आपसे संपर्क करेंगे। आपकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और आपको हर तरह की मदद मिलेगी।
पीएम ने अरविंद से कहा, मुझे तो वाराणसी में कोई मोमोज खिलाता ही नहीं
वाराणसी के अरविंद मौर्या जी ने बताया कि किस प्रकार बिना किसी भागदौड़ के आसानी से उन्हें स्वनिधि योजना के तहत लोन मिल गया। वे आज न केवल अपने काम को आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि मोमोज बेचकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और डिजिटल पेमेंट के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। #AatmaNirbharVendor pic.twitter.com/l7DQo18LdP
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वाराणसी में मोमोज और कॉफी बेचने वाले अरविंद मौर्या से पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा मुझे मोमोज बहुत पसंद है पर मुझे तो वाराणसी में कोई खिलाता ही नहीं। अरविंद ने बताया कि उनका स्वीगी से करार है। उसके जरिये वह ऑनलाइन डिलिवरी भी देते हैं। सोशन डिस्टेंसिंग का पालन करने वालों और मास्क लगाने वालों को एक मेमो फ्री देते हैं। अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ के बारे में पूछने पर अरविंद ने प्रधानमंत्री को बताया कि उनके पास अंत्योदय कार्ड है। लॉकडाउन के दौरान इस पर मिलने वाली सभी सुविधाएं मुझे मिलीं। इसके अलावा प्रधानमंत्री बीमा योजना, आयुष्मान भारत और जनहित से जुड़ी योजनाओं से भी वह संतृप्त हैं। प्रधानमंत्री ने उनके प्रोफेसनल तरीके की तारीफ की। साथ ही वाराणसी की जनता को प्रणाम भी किया।
लखनऊ के विजय बहादुर के प्रबंधन की पीएम ने की तारीफ
लखनऊ में लइया चना का ठेला लगाने वाले विजय बहादुर जी लोन मिलने के बाद अब थोक में सामान खरीदने लगे हैं। अब उन्हें इसके लिए रोज बाजार नहीं जाना पड़ता। उन्होंने बताया कि उनके आसपास के लोगों को भी किस प्रकार स्वनिधि योजना का लाभ मिला है। #AatmaNirbharVendor pic.twitter.com/FjTxk1YZ1k
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ठेले पर लइया-चना और मूंगफली बेचने वाले लखनऊ के विजय बहादुर के प्रबंधन और नियोजन की प्रधानमंत्री ने तारीफ की। विजय ने प्रधानमंत्री को बताया कि पहले वह रोज सामान लाते थे। ऋण मिलने के बाद वह हफ्ते भर का सामान एक बार में ही लाते हैं। इससे उनका श्रम और संसाधन बचता है। थोक में लेने से अपेक्षाकृत सस्ता भी पड़ता है। लखनऊ के लोग शाम को अक्सर लइया-चना और मूंगफली खाते हैं। नयी पीढ़ी को वह चने की जगह मूंगफली अधिक देते हैं। विजय बहादुर ने बताया कि चौक के हमारे कई साथियों ने बताया कि इस योजना का लाभ उनको भी मिला है।
पीएम ने की सीएम योगी और उनके टीम की तारीफ
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम की तारीफ की। कहा कि उत्तर प्रदेश ने केंद्र सरकार की योजनाओं से पात्रों को लाभान्वित करने में सर्वोत्तम प्रयास किया है।पटरी कारोबारियों को ऋण देने के मामले में भी नंबर वन रहा। देश में अब तक इस योजना के तहत हुए 25 लाख पंजीकरण में से करीब 7 लाख पंजीकरण सिर्फ उप्र से हुए हैं। यही नहीं ऋण लेने में लगने वाले स्टैंप ड्यूटी को भी उप्र सरकार ने भी माफ कर दिया है। कोराना के असाधारण संकट के दौरान हर जरूरतमंद को भरण-पोषण भत्ता, राहत, हर पात्र को अग्रिम पेंशन देकर गरीबों की चिंता कर उप्र सरकार ने सराहनीय काम किया है।
हर पटरी व्यसायी को देंगे योजना का लाभ : मुख्यमंत्री
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर पटरी व्यवसाई जो ऋण के लिए आवेदन देगा उनको इस योजना से संतृप्त किया जाएगा। अब तक करीब 7 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है। 6.53 लाख लोगों ने ऋण के लिए आवेदन किए हैं। इनमें से करीब पौने चार लाख लोगों को ऋण मंजूर किया जा चुका है। करीब 2.74 लाख लाख लोगों को ऋण मिल भी चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का प्रदेश के पटरी कारोबारियों से मुखातिब होना, हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। यह समाज का सबसे वंचित वर्ग है। इनमें से अधिकांश रोज महंगे ब्याज पर कर्ज लेकर अपना कारोबार करते हैं। योजना के तहत मिले लाभ से अब वह अपने पैसे से काराेबार का अपने जीवन को पटरी पर ला सकेंगे।
सबसे जरूरतमंद तबके लिए बेहतरीन योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सबसे जरूरतमंद तबके के लिए यह बेहतरीन योजना है। यकीनन पर्व त्यौहार के इस मौसम के दौरान मिली इस मदद से उनके और परिवार के जीवन में नई खुशियां आएंगी। मुख्यमंत्री ने कोराना के प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री की तारीफ की। यह भी कहा कि आपके ही मार्ग निर्देशन में इस दौरान सरकार ने गरीबों और दूसरे राज्यों से घर वापस आए श्रमिकों की हर भरण-पोषण भत्ता, राशन, एडवांस पेंशन, किसान सम्मान निधि आदि योजनाओं के जरिए संभव मदद की। आज का यह कार्यक्रम भी उसी की एक कड़ी है।
कार्यक्रम में नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम विभाग के मंत्री आशुतोष टंडन, राज्य मंत्री महेश चंद्र गुप्ता, समेत शासन और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।