नई दिल्ली। केरल में बीजेपी के एकलौते सांसद और मलयाली फिल्मों के जाने माने अभिनेता के. सुरेश गोपी को उनकी जीत का तोहफा देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में बतौर राज्य मंत्री शामिल किया। शपथ ग्रहण के अगले ही दिन सुरेश गोपी ने एक ऐसा बयान दे दिया जिसकी वजह से वो लगातार चर्चा में बने हुए हैं। दरअसल गोपी ने कहा कि वो मंत्री पद नहीं चाहते। वो बीजेपी सांसद के रूप में सेवा देना चाहते हैं। हालांकि बाद में अपने बयान से पलटते हुए उन्होंने मंत्री पद छोड़ने की बात का खंडन करते हुए मीडिया द्वारा झूठी खबरें फैलाए जाने का आरोप लगाया।
इससे पहले के. सुरेश गोपी ने कहा था कि मैं राज्य मंत्री नहीं बनना चाहता था और मैंने पार्टी को पहले ही बताया था। मुझे लगता है कि पार्टी जल्द मुझे पद से मुक्त कर देगी। मैं सांसद के तौर पर काम करना चाहता हूं। मंत्री पद छोड़ने का कारण बताते हुए उन्होंने कहा था कि मैंने कई फिल्में साइन की हैं और मुझे उन फिल्मों को करना है। मीडिया में जैसे से ये खबर चली जब इस बात को लेकर काफी हो हल्ला शुरू हो गया। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने सुरेश गोपी की आलोचना भी शुरू कर दी। इसके बाद सुरेश गोपी ने सफाई देते हुए कहा कि मैं मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देना चाहता।
A few media platforms are spreading the incorrect news that I am going to resign from the Council of Ministers of the Modi Government. This is grossly incorrect. Under the leadership of PM @narendramodi Ji we are committed to the development and prosperity of Kerala ❤️ pic.twitter.com/HTmyCYY50H
— Suressh Gopi (@TheSureshGopi) June 10, 2024
अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर सुरेश गोपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा कि कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म गलत खबरें फैला रहे हैं कि मैं मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। यह सरासर गलत है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम केरल के विकास और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं। आपको बता दें कि के. सुरेश गोपी केरल की त्रिशूर सीट से विजयी हुए हैं। उन्होंने भाकपा के प्रत्याशी वी. एस. सुनील कुमार को 75 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है।