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राष्ट्रपति पद के लिए वोट मांगने गए यशवंत सिन्हा ने फारुख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को बता दिया सबसे बड़ा देशभक्त, कहा…

इसी कड़ी में संप्रग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा जम्मू-कश्मीर पहुंचे। वहां उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने दोनों ही नेताओं को सबसे बड़ा देशभक्त करार दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी इनकी देशभक्ति पर सवाल नहीं उठा सकता है।

नई दिल्ली। आगामी 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। चुनाव की सारी तैयारियां मुकम्मल की जा चुकी हैं। अब तो बस उस दिन का इंतजार है, जब राष्ट्रपति चुनाव होंगे। विपक्ष से लेकर सत्तारूढ़ दल की तरफ से प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे जा चुके हैं। अब सभी समर्थन जुटाने में जुट गए हैं। बता दें कि राजग की तरफ से जहां द्रौपदी मुर्मू को चुनावी मैदान में उतारा गया है, तो वहीं संप्रग की तरफ से यशवंत सिन्हा को चुनावी मैदान में उतारा गया है। अब ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव की कुर्सी पर कौन काबिज हो पाता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन, उससे पहले दोनों ही पक्षों की ओर से चुनाव में जीत हासिल करने की जद्दोजहद जारी है।

Presidential Election 2022: विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को बनाया राष्ट्रपति  उम्मीदवार, निर्विरोध चुनाव के लिए BJP से भी मांगा समर्थन | The Financial  Express

आपको बता दें कि आज इसी कड़ी में संप्रग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा जम्मू-कश्मीर पहुंचे। वहां उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने दोनों ही नेताओं को सबसे बड़ा देशभक्त करार दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी इनकी देशभक्ति पर सवाल नहीं उठा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि अगर ये लोग देशभक्त नहीं हैं, तो हमें कोई भी अधिकार नहीं है कि हम में से कोई भी इनकी देशभक्ति पर कोई सवाल उठाएं। यशवंत सिन्हा ने आगे कहा कि अगर वो राष्ट्रपति बनने में सफल रहे, तो जम्मू-कश्मीर का विषय हमेशा उनकी चर्चा के केंद्र में रहेगा। वे इन्हें अपनी प्राथमिकता के शीर्ष पर रखेंगे। उधर, राजग से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की बात करें, तो उन्होंने शिंजे आबे के निधन के बाद घोषित किए गए राष्ट्रीय शोक के बाद अपनी यात्रा टाल दी है। वहीं, यशवंत सिन्हा ने आगे जम्मू-कश्मीर के मसले पर अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि वर्तमान में कश्मीर की स्थिति बिल्कुल भी दुरूस्त नहीं है। लिहाजा अगर मैं राष्ट्रपति चुनाव जीतने में सफल रहा, तो कश्मीर विषय हमेशा मेरी प्राथमिकताओं में शुमार रहेगा।

गौरतलब है कि विगत गुरुवार को यशवंत सिन्हा लखनऊ में थे। जहां उन्होंने सपा नेताओं से राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन देने की मांग की है। उधर, सपा नेताओं की तरफ से भी कहा गया है कि यशवंत सिन्हा को समर्थन दिया जाएगा। खैर, अब देखना होगा कि आगामी राष्ट्रपति चनाव में दोनों ही उम्मीदवारों में से कौन राष्ट्रपति की कुर्सी पर विराजमान होने में कामयाब हो पाता है। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम