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UP: योगी सरकार 2.0 का एक साल पूरा, दूसरे कार्यकाल में इन कदमों से रचा नया इतिहास

UP: योगी सरकार 2.0 में सड़कों, राजमार्गों, बिजली, हवाई अड्डा जैसी आम आदमी की बुनियादी जरूरतों पर खासा फोकस किया गया और इसमें तेजी भी देखने को मिल रही है। यूपी में शहरीकरण भी तेजी से बढ़ा है। बात निवेश की करें तो इस मामले में भी योगी सरकार वाला यूपी काफी आगे बढ़ चुका है। शहरीकरण, रोजगार सृजन की प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए भी राज्य में भारी निवेश देखा जा रहा है।

नई दिल्ली। योगी सरकार जब से उत्तर प्रदेश की सत्ता में विराजमान हुई है तभी से सफलता के झंडे गाड़ रही है। आज योगी राज में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन चुका है। यूपी में अपराधियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है साथ ही कानूनों को पहले के मुकाबले और भी मजबूत बना दिया गया है। अपने पहले कार्यकाल में योगी सरकार का मुख्य ध्यान केंद्र रोजगार सृजन के लिए निवेश और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाना था। अपने इन दोनों ही मोर्चों पर योगी सरकार सफल साबित हुई और साल 2022 में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को बहुमत मिला। लगातार दूसरी बार सत्ता वापसी कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ना सिर्फ विपक्ष को पटखनी दी बल्कि ये भी साबित कर दिया कि अपने काम के मामले में वो दूसरे दलों से बेहतर है। योगी सरकार 2.0 में सड़कों, राजमार्गों, बिजली, हवाई अड्डा जैसी आम आदमी की बुनियादी जरूरतों पर खासा फोकस किया गया और इसमें तेजी भी देखने को मिल रही है। यूपी में शहरीकरण भी तेजी से बढ़ा है। बात निवेश की करें तो इस मामले में भी योगी सरकार वाला यूपी काफी आगे बढ़ चुका है। शहरीकरण, रोजगार सृजन की प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए भी राज्य में भारी निवेश देखा जा रहा है।

भारत को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से जुड़ी पहल के तहत उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए योगी सरकार द्वारा अगले 5 सालों में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर व्यवस्था बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उत्तर प्रदेश के योगी सरकार उद्योगों को आकर्षित करने के काम में भी अग्रसर है। इसके अलावा गरीबों के विकास के लिए भी सामाजिक कल्याण  योजनाएं और विकास कार्य जारी हैं।

तीर्थ-केंद्रित पर्यटन पर फोकस

योगी सरकार के पहले कार्यकाल में तीर्थ-केंद्रित पर्यटन करने की रणनीति तैयार की गई थी और दूसरे कार्यकाल में भी ये जारी है। झांसी, पटना, काशीपुर, ललितपुर जैसे जिलों में अलग-अलग धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है साथ ही अयोध्या, काशी, प्रयागराज में पर्यटन और तीर्थाटन सुधार के बेहतर परिणाम देने को तैयार हैं।

चैत्र नवरात्रि को लेकर दिया है ये आदेश

इस वक्त जब नवरात्रि चैत्र नवरात्रि के दिन जारी है तो हिंदुत्व को जोड़ने के लिए हाल ही में योगी सरकार द्वारा सभी अधिकारियों को नवरात्रि पर्व के लिए मंदिरों में रामायण पाठ और और विंध्याचल जैसे शक्ति पीठों में दुर्गा सप्तशती पाठ का आयोजन करने का निर्देश भी दिया है। एक तरह से देखा जाए तो योगी सरकार हर विषय पर उपयुक्त कदम उठा रही है।

ये हैं सरकार के सामने चुनौतियां

यूपी सरकार के सामने इस वक्त राजनीति और शासन के क्षेत्र में कुछ चुनौतियां हैं। भले ही विपक्ष इतना मजबूत नहीं है कि वो सरकार को मात दे पाए लेकिन विपक्ष की एकजुटता सरकार को टक्कर दे सकता है ऐसे में कोई मुश्किल न खड़ी हो जाए इसके लिए सरकार को मजबूत रणनीति तैयार करनी होगी। आगे सरकार के सामने आम आदमी और गरीबों के समाज कल्याण की समीक्षा करने के अलावा उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं के लाभार्थियों की आकलन की आवश्यकता है। इसके अलावा उन्हें पहले के मुकाबले और भी मजबूत और नवीनीकृत करने के लिए प्रयास करने चाहिए। अब देखना ये होगा कि क्या योगी सरकार के ये कदम 2024 में उसे सत्ता वापसी में सहायक होंगे या नहीं

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपराधियों के खिलाफ किस तरह की कार्यवाही कर रही है इस बात का अंदाजा ऐसे ही लगा सकते हैं कि 6 साल में योगी सरकार ने 10,000 एनकाउंटर कर दिए हैं। बीते दिनों योगी सरकार के 6 सालों में अपराधियों पर हुई कार्रवाई का आंकड़ा सामने आया था जिसमें बताया गया कि पुलिस ने 6 सालों में 10,814 एनकाउंटर कर 179 अपराधियों को ढेर कर दिया। हालांकि इन एनकाउंटर में पुलिस के जवानों की शहादत भी हुई। 20 मार्च 2017 से 6 मार्च 2023 के बीच हुए एनकाउंटर हुए 23069 बदमाशों को मार गिराया गया जबकि 4911 अपराधी घायल हुए। इन झड़पों में पुलिस के 13 अधिकारी भी मारे गए मारे गए और 1424 पुलिसकर्मी घायल हुए। इस तरह से कुल आंकड़ा निकाला जाए तो योगी पुलिस ने एनकाउंटर से 23,125 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।