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ईद-उल-फितर 2020 : जानें इस दिन व्रत रखने की इजाजत क्यों नहीं होती?

ईद-उल-फितर का त्योहार रमजान के महीने के पूरा होने पर 30 रोजे रखने के बाद चांद देखकर मनाया जाता है। दुनियाभर में मुस्लिम इस त्योहार को पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाते हैं।

नई दिल्ली। ईद-उल-फितर का त्योहार रमजान के महीने के पूरा होने पर 30 रोजे रखने के बाद चांद देखकर मनाया जाता है। दुनियाभर में मुस्लिम इस त्योहार को पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाते हैं।

बता दें कि इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से रमजान के बाद आने वाले दसवें महीने शव्वाल में ईद-उल-फितर पहला और इकलौता दिन होता है जिसमें मुस्लिमों को व्रत रखने की इजाजत नहीं होती। ईद का दिन और तारीख अलग अलग टाइम जोन और चांद के दिखने के हिसाब से बदल सकती है।

आपको बता दें कि कोरोना और लॉकडाउन के चलते धार्मिक स्थल बंद हैं और लोगों से कहा गया है कि वह घरों में ही रहकर नमाज पढ़ें। दिल्ली पुलिस ने भी लोगों से घर में रहने की अपील की है। मौलाना और उलेमाओं की तरफ से भी लोगों से यही अपील की गई है। लोगों को ईद पर गले न मिलने की हिदायत दी गई है।