नई दिल्ली। हिंदुओं का महापर्व दिवाली के आने में कुछ ही दिन बाकी हैं। दिवाली आते ही बच्चे से लेकर बूढ़े सब खुशी से झूमने लगते हैं। हर किसी को इस दिन मिठाई खाने का इंतजार होता है और हो भी क्यों ना। इस दिन एक से एक पकवान खाने को मिलता हैं। हर कोई इस दिन खुशी से झूमता दिखता हैं। त्योहारों में हर घर की शान मिठाई होती हैं। दिवाली वाले दिन लोग नए कपड़े पहन के अपने दोस्तों रिश्तेदारों से मिलते हैं उनके साथ खुशियां मनाते हैं। दिवाली का त्योहार पटाखों के लिए जाना जाता हैं। हालांकि, हम सब जानते हैं कि बढ़ते प्रदूषण के कारण दिवाली में पटाखे बैन होते हैं। और बिना पटाखो के दिवाली सूनी सी लगती हैं।
पटाखों की शेप की बनी मिठाईयां
दिवाली में पटाखे तो बैन हैं लेकिन बाजारों में हमें पटाखों की शेप की बनी मिठाईयां देखने को मिल रही हैं। जिसको काजू, पिस्ता, बादाम मावे से बनाया गया हैं। इसको मार्केट में 16000 रुपये किलो के दाम से बेचा जाता हैं। इन मिठाईयों को पटाखों का रूप दिया गया हैं। कुछ मिठाई अनार के रूप में किसी को फुलझड़ी के रूप में तो किसी को सीको के रूप में दिया गया हैं। इस मिठाई को पटाखे के रूप में बनाया गया है जिसे बच्चों और लोगो द्वारा खूब पसंद किया जा रहा हैं।
मिठाईयां थोड़ी महंगी हैं
इन मिठाई बेचने वाले कारोबारी से पूछा गया कि ये आइडिया कैसे आया तो उन्होंने कहा कि मैं कुछ अलग करना चाहता था और चाहता था कि इसलिए उन्होंने ये पटाखे के शेप की मिठाईयां बनाई। हालांकि, यह मिठाई दूसरी मिठाईयों की तुलना में थोड़ी महंगी हैं। लेकिन इस मिठाई के कारण हमें कुछ नया देखने को मिलता हैं। इन मिठाईयों को बनाने में रंग का भी प्रयोग किया है जो कि हमारे शरीर को बिल्कुल भी नुकसान नहीं पहुंचाता हैं।