नई दिल्ली। कोरोना के कारण एक तरफ पूरे देश में व्यापार चौपट हो गया है। आर्थिक गतिविधियां में अचानक से गिरावट आई है। ऐसे में अमेरिका की एक कंपनी जो भारत में रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश करना चाहती है। इस कंपनी की खासियत यह है कि इस कंपनी में कुल 19 कर्मचारी ही काम करते हैं। इस अमेरिकन कंपनी ने भारत में 500 अरब डॉलर यानी करीब 36 लाख करोड़ रुपए की निवेश की बात कही है। यह अमेरिकी कंपनी लैंडोमस रियल्टी वेंचर्स कुल 6 साल पुरीना है।
यही नहीं इस कंपनी के बारे में कहा जा रहा है कि इसका राजस्व अभी 1.5 करोड़ डॉलर है और इस कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर सिर्फ एक ही पेज है। लैंडोमस रियल्टी ने विज्ञापनों और अपनी वेबसाइट पर बयान जारी कर कहा है कि वह भारत निर्माण के तहत एनआईपी और भारत सरकार की सूचीबद्ध गैर-एनआईपी परियोजनाओं में 2,000 अरब डॉलर के निवेश के पहले चरण में इक्विटी के रूप में 500 अरब डॉलर का निवेश करना चाहती है। लैंडोमस रियल्टी नाम की इस कंपनी ने वास्तव में विज्ञापन में मोदी सरकार से देश में निवेश की अनुमति मांगी है।
देश के प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापन में लैंडोमस समूह के चेयरमैन प्रदीप कुमार सत्यप्रकाश ने कहा कि उनका समूह भारत के पुन:निर्माण और 5,000 अरब डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लक्ष्य के लिए सरकार की मदद करना चाहता है। कंपनी के विज्ञापन में कहा गया, “लैंडोमस रियल्टी वेंचर्स इंक यूएसए भारत में 500 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करना चाहती है यह निवेश नेशनल इन्फ्राट्रक्चर पाइपलाइन (NIP) में इक्विटी निवेश के पहले चरण के रूप में किया जा रहा है।”
विज्ञापन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से जारी अपील में कहा, ‘लैंडोमस ग्रुप न्यू इंडिया के आपके दृष्टिकोण में योगदान करने का मौका चाहता है। हमारा आपसे आग्रह है कि हमें यह अवसर दिया जाए।’
वेबसाइट पर कंपनी का पता अमेरिका के न्यूजर्सी का है। 17 जुलाई 2015 को लैंडोमस रियल्टी वेंचर्स की एक निजी कंपनी के रूप में स्थापना हुई है। यह बेंगलुरु में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) के पास रजिस्टर्ड है। कंपनी भारत में 500 अरब डॉलर का निवेश भले ही करना चाहती हो, लेकिन Landomus Realty का ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल 10,00,000 रुपये और पैड अप कैपिटल 1,00,000 है। Landomus Realty की वेबसाइट से यह जानकारी मिली है। लैंडोमस रियल्टी के डायरेक्टर्स में वाई प्रदीप कुमार, सत्यप्रकाश प्रदीप कुमार, रक्षित गंगाधर जैसे नाम दर्ज है।