नई दिल्ली। प्रतिष्ठित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज खेलने ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत आने वाली है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर आरोन फिंच ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का एलान किया है। फिंच के इस एलान ने सभी को चौंकाया है। फिंच ने अपने संन्यास का एलान करते हुए कहा है कि उनको अहसास है कि 2024 में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप को नहीं खेल सकेंगे। उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट का ये सही समय है। ताकि ऑस्ट्रेलिया की टीम अपनी भविष्य की रणनीति बना सके। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले आरोन फिंच का रिटायरमेंट लेना कंगारू टीम के लिए बड़े झटके के तौर पर माना जा रहा है।
आरोन फिंच के क्रिकेट करियर की बात करें, तो ये उपलब्धियों भरा है। वो ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी माने जाते रहे हैं। 2022 के सितंबर में आरोन फिंच ने वन-डे फॉर्मेट के क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। अब वो टेस्ट और टी-20 फॉर्मेट में भी नहीं खेलेंगे। फिंच ने अपने क्रिकेट करियर में 5 टेस्ट मैच खेले हैं। 146 वन-डे और 103 टी-20 मैच भी फिंच ने खेले हैं। उन्होंने टी-20 में 34.28 की औसत से रन बनाए। आरोन फिंच का स्ट्राइक रेट भी 142 रन से ज्यादा का रहा है।
आरोन फिंच ने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 76 टी-20 मैच में कप्तानी की। 2018 में जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच में फिंच ने 76 गेंद खेलकर 172 रन की शानदार पारी खेली थी। ये एक रिकॉर्ड था। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी में पहचान बनाने वाले आरोन फिंच के बगैर ही अब ऑस्ट्रेलिया की टीम को भारत के खिलाफ मुकाबलों में उतरना होगा। फिंच अब आगे क्या करेंगे, इसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी है।